केंद्र सरकार ने गुरुवार को 21 महीनों से अशांत मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया। इसी बीच राज्य में एक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान ने एक कैंप पर गोलीबारी कर दी। इस अंधाधुन गोलीबारी में तीन जवानों की मौत हो गई है। 

 

सीआरपीएफ के अधिकारियों ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि इस गोलीबारी में तीन जवानों की मौत के अलावा आठ अन्य जवान घायल हो गए हैं। इसके बाद उसने खुद भी आत्महत्या कर ली। घायल जवानों का इंफाल के अस्पताल से में इलाज चल रहा है।

 

सर्विस गन से गोलीबारी की

 

यह दर्दनाक घटना गुरुवार रात 8:30 बजे लम्फेल के सीआरपीएफ कैंप में हुई। हमलावर जवान 120वीं बटालियन का हवलदार संजय कुमार था। उसने अपनी सर्विस गन से गोलीबारी की। सीआरपीएफ इस घटना के कारणों की जांच कर रही है।

 

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सीआरपीएफ ने नहीं दिया आधिकारिक बयान

 

हालांकि,  सीआरपीएफ ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। बता दें कि मणिपुर में पिछले 21 महीनों से जातीय हिंसा जारी है। मणिपुर मई 2023 से ही जातीय हिंसा का दंश झेल रहा है। हिंसा भड़कने के बाद से राज्य में अबतक 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर दूसरी जगहों पर विस्थापित होना पड़ा है।

 

राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार पर विपक्ष की तरफ से काफी दबाव आ रहा था। मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा के चलते कानून-व्यवस्था की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।