फेंगल तूफान का असर धीरे-धीरे दिखना शुरू हो गया है। यह प्रक्रिया चार घंटे तक चलने की उम्मीद है। आईएमडी के मुताबिक शाम के साढ़े 5 बजे तक साइक्लोन पुडुचेरी के पूर्व-उत्तरपूर्व में 60 किलोमीटर दूर स्थित था और 7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा था। आईएमडी के मुताबिक इसका अगला भाग तट के पास पहुंचना शुरू हो रहा है।
इसकी वजह से तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों पर भारी बारिश शुरू हो गई है और चेन्नई एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन को सुबह 4 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। पहले इस पर शाम के 7 बजे तक के लिए रोक लगाई गई थी।
पुडुचेरी प्रशासन ने इसके मद्देनज़र करीब 12 लाख लोगों को एसएमएस अलर्ट भेजा है और उनसे सतर्क रहने को कहा है।
बता दें कि शाम को चेन्नई और उत्तरी तमिलनाडु के कई जिलों में फेंगल तूफान के चलते रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था। उसके पहले बारिश काफी तेज़ हो गई थी और काफी तेज़ गति से हवाएं चल रही थीं।
ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के अधिकारियों की रिपोर्ट के मुताबिक तूफान के चलते 134 जगहों पर जलभराव हुआ था। जलभराव को खत्म करने के लिए पंप का उपयोग करके पानी को हटाया जा रहा है।
बनाए गए राहत शिविर
चेन्नई एयरपोर्ट को शाम तक के लिए किया गया बंद चेन्नई के एयरपोर्ट के ऑपरेशन को शाम तक के लिए बंद कर दिया गया है, क्योंकि चक्रवात आने के पहले काफी तेज़ हवाएं और बारिश का मौसम हो गया है। रिलीफ कैंप में लोगों को मिली शरण प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को रोयापुरम के रिलीफ कैंप में रखा गया है। सीएम एम के स्टालिन ने इसका ने जांच की।
इसके अलावा चेंगलपट्टू में रहने वाले इरुला समुदाय के लोग को भी राहत शिविरों में भेजा गया है। स्टालिन ने कहा कि मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो दिनों तक काफी बारिश होगी। तमिलनाडु सरकार लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं। सुरक्षा के लिए राहत शिविर बनाए गए हैं और लोगों को वहां रखा गया है। अन्य जिलों पर भी प्रशासन ने नज़र बनाया हुआ है कई क्षेत्रों में दिखा जलभराव बारिश की वजह से कई क्षेत्रों में जलभराव देखना पड़ा।
आईएमडी के मुताबिक चक्रवात फेंगल पुडुचेरी के पास कराइकल और महाबलीपुरम के बीच क्रॉस करेगा। सूचना के मुताबिक हवाओं की स्पीड 70 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है।
तटों पर बढ़ाई गई सुरक्षा
तटों पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था पुड्डुचेरी के तटों के पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई ङै। के एसएसपी कलाइवनन ने तटों के पास दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया। अथॉरिटीज़ ने लोगों से मरीना बीच, पट्टिनापक्कम और एडवर्ड इलियट बीच सहित तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों पर न जाने की सलाह दी है। पुडुचेरी में पर्यटन वाली जगहों को भी एहितियातन बंद कर दिया गया है।
मछुवारों को भी तटों पर जाने से रोका
पिछली रात से ही मछुवारों के भी तटों पर जाने से रोक लगा दी गई है। तटों के पास लगभग 300 सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है और एनडीआरएफ की टीम के साथ भी समन्वय बनाया जा रहा है। कम संख्या में दौड़ेंगी EMU ट्रेनें फेंगल चक्रवात की वजह से तमाम ईएमयू ट्रेनों को कम संख्या में चलाया जाएगा। इसके अलावा यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं। ।
स्कूल कॉलेज भी बंद
तटीय इलाकों में स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। साथ ही, रेड अलर्ट भी जारी किया गया है और लोगों को समुद्र तट से दूर रहने की सलाह दी गई है। मछुआरे भी अपनी नौकाएं लेकर समुद्र से बाहर आ चुके हैं। अनुमान के मुताबिक, इसकी रफ्तार 70 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है जो काफी नुकसान भी पहुंचा सकती है। आज तट से टकराने के बाद यह तूफान दोपहर तक पुडुचेरी और तमिलनाडु के कई अंदरूनी इलाकों तक भी पहुंचेगा।
क्या है अनुमान
इस समुद्री तूफान के चलते तटीय इलाकों से सटे समुद्र में तेज और ऊंची लहरें आ सकती हैं जिससे छोटी और मध्यम आकार की नौकाएं पलट सकती हैं। यही वजह है कि मछुआओं को समुद्र से बाहर आने को कहा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, तमिलनाडु और पुडुचेरी के अलावा केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश की संभावना है। इसी के चलते मौसम विभाग की ओर से रेड अलर्ट जारी किया गया है।

किन इलाकों में होगा ज्यादा असर
ज्यादा असर पुडुचेरी के पास महाबलीपुरम और कराइकल के बीच पड़ेगा। इन जगहों पर काफी तेज़ हवा के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा मरीना तट सहित जितने भी इस तरह के पर्यटन वाले स्थान हैं उन पर काफी प्रभाव पड़ेगा।
NDRF और SDRF की टीम तैनात
किसी भी तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए NDRF और SDRF की टीम तैनात की गई है। साथ ही साथ ही स्थानीय प्रशासन भी एलर्ट मोड में है। राजस्व और राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने इस तूफान से प्रभावित होने वाले लोगों की मदद करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1077 और 112 स्थापित किए हैं। अभी तक 150 से ज्यादा परिवारों को राहत शिविर में पहुंचाया गया है। बैक-अप के लिए इंडियन नेवी ने भी डिज़ास्टर रिस्पॉन्स प्लान तैयार किया है।
कौन-कौन सी फ्लाइट्स हुई हैं कैंसिल

EMU ट्रेनों की संख्या में कमी
फेंगल चक्रवात की वजह से तमाम ईएमयू ट्रेनों को कम संख्या में चलाया जाएगा। इसके अलावा यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं।