द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के सांसद दयानिधि मारन ने अपने भाई और सन ग्रुप के चेयरमैन कलानिधि मारन को कंपनी के स्वामित्व को लेकर कानूनी नोटिस भेजा है। दयानिधि ने अपने भाई के ऊपर हजारों करोड़ रुपये के शेयर अपने नाम ट्रांसफर करने का आरोप लगाया है।     

 

दयानिधि मारन ने नोटिस में अपने भाई पर आरोप लगाया है कि कलानिधि ने सन टीवी प्राइवेट लिमिटेड के 1.2 मिलियन इक्विटी शेयर 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से अपने नाम पर आवंटित कर लिए। नोटिस में दावा किया गया है कि इक्विटी शेयर को बिना मूल्यांकन और बिना बातचीत के ट्रांसफर किया गया है।

सहमति लिए बिना किया फैसला

नोटिस में कहा गया है कि आवंटन शेयरधारकों, मुरासोली मारन के परिवार और डीएमके संस्थापक एम करुणानिधि से सहमति लिए बिना किया गया था। दयानिधि मारन ने यह नोटिस 10 जून को जारी किया है। इसमें कहा गया है कि कलानिधि मारन ने मौजूदा प्रमोटरों, मूल शेयरधारकों से किसी भी परामर्श के बिना 10 रुपये प्रति शेयर के रेट से 60% शेयर आवंटित किए।

 

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दयानिधि मारन ने कानूनी नोटिस में आरोप लगाया, 'आप (कलानिधि) और आपके सहयोगियों ने अपने पेशेवर दायित्वों का जानबूझकर दुरुपयोग कर कई सुनियोजित और समन्वित वित्तीय अपराध किए हैं। इस तरह के कदम अपराध हैं और इनसे संबंधित कंपनियों के वैध हितधारकों को अपूरणीय नुकसान हुआ है।' 

कंपनी ने बीएसई को दी जानकारी

बता दें कि यह कानूनी नोटिस कलानिधि मारन और उनकी पत्नी कावेरी कलानिधि और छह अन्य लोगों को भेजा गया। नोटिस के मुताबिक, ये छह लोग कलानिधि और उनकी पत्नी के करीबी सहयोगी हैं। इस बीच, सन टीवी ने कहा कि यह 'कथित मामला 22 साल पुराना है, जब कंपनी एक निजी लिमिटेड कंपनी थी।' 

 

कंपनी ने बीएसई को दी गई जानकारी में कहा, 'नोटिस में कथित रूप से दिए गए बयान गलत, भ्रामक, अटकलबाजी वाले, मानहानिकारक हैं। इसमें तथ्य नहीं हैं। हम यह बताना चाहते हैं कि सभी कार्य कानूनी बाध्यताओं के मुताबिक किए गए हैं और कंपनी को सार्वजनिक बनाने से पहले संबंधित मध्यस्थों ने इनकी विधिवत जांच की थी।'

मां मल्लिका मारन को शेयर ट्रांसफर

पूर्व केंद्रीय मंत्री दयानिधि मारन ने अपनी साली कावेरी कलानिधि, सन टीवी के कंपनी सेक्रेटरी रवि राममूर्ति और ऑडिटर शिवसुब्रमण्यम को भी कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कंपनी में अवैध गतिविधियां सितंबर 2003 में शुरू हुई थीं। यह तब शुरू हुआ जब उनके दिवंगत पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरासोली मारन को अमेरिका से चेन्नई वापस लाया गया था। इसमें आरोप लगाया गया है कि नवंबर 2003 में उनके पिता की मौत के बाद बिना किसी कानूनी दस्तावेज के उनकी मां मल्लिका मारन को शेयर ट्रांसफर कर दिए गए। 

 

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कब हुई सन टीवी की शुरुआत?

सन टीवी की शुरुआत साल 1993 में चेन्नई में डीएमके के मुख्यालय से हुई थी। अब सन टीवी दक्षिण भारत का एक प्रमुख टीवी नेटवर्क है। कंपनी के पास सात भारतीय भाषाओं में 37 टीवी चैनल, एक डायरेक्ट-टू-होम प्रसारण सेवा, 69 एफएम रेडियो स्टेशन, तीन दैनिक समाचार पत्र, छह पत्रिकाएं और दो खेल फ्रेंचाइजी हैं।

 

दयानिधि मारन ने सन ग्रुप के लाइसेंस, इंडियन प्रीमियर लीग फ्रैंचाइजी, सनराइजर्स हैदराबाद और स्पाइसजेट लिमिटेड के संचालन को रद्द करने की मांग करते हुए केंद्र सरकार, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से संपर्क करने की धमकी दी है।

 

दयानिधि मारन ने आरोप लगाया कि उनके भाई ने 2023 तक 5,926 करोड़ रुपये और 2024 के वित्तीय वर्ष में 455 करोड़ रुपये का लाभ कमाया। नोटिस में कहा गया है, 'इसलिए, कलानिधि मारन द्वारा किए गए अपराध उनकी प्रवित्ति में हैं, जो आज भी जारी हैं।' इसमें आरोप लगाया गया कि कलानिधि मारन ने सन टीवी प्राइवेट लिमिटेड से प्राप्त धन का इस्तेमाल करके करुणानिधि की विधवा पत्नी एम के दयालु के शेयर अवैध रूप से हासिल कर लिए।

किसी बाहरी फंडिंग की जरूरत नहीं

नोटिस में आरोप लगाया गया कि कंपनी की वित्तीय स्थिति अच्छी है। इसमें ऑडिटेड बैलेंस शीट का हवाला दिया गया और कहा गया है कि 31 मार्च, 2003 तक कंपनी के रिजर्व और सरप्लस 253 करोड़ रुपये थे। नोटिस में कहा गया कि कंपनी में किसी भी बाहरी फंडिंग की जरूरत नहीं है।

मां के खाते से 500 करोड़ ट्रांसफर

अक्टूबर 2024 में एक नोटिस में दयानिधि मारन ने आरोप लगाया कि उनके भाई कलानिधि ने अपनी बहन अंबुकरासी मारन को उनकी मां के बैंक खाते के जरिए 500 करोड़ रुपये का भुगतान किया। नोटिस में कहा गया, 'यह समझौता और शुरुआती भुगतान आपके द्वारा की गई धोखाधड़ी गतिविधियों के नतीजों से बचने और अपने आपराधिक कृत्यों को छिपाने के आपकी कोशिशों को दिखाता है।