मौसम विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने डीप प्रेशर के कारण आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और भारत के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी तट के साथ-साथ दूसरे राज्यों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। तूफान 'मोंथा' गंभीर साइक्लोनिक तूफान' में बदल गया है। साइक्लोन मोन्था आंध्र प्रदेश के काकीनाडा से गुजरकर आज सुबह ओडिशा के गंजम में गोपालपुर बीच पर पहुंच गया है। गंजम के इलाके में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं और 80-100kmph की रफ्तार से तेज हवा चल रही है। इसका असर ओडिशा के दक्षिण में  8 जिलों गंजम, गजपति, रायगढ़ा, कोरापुट, मलकानगिरी, कंधमाल, कालाहांडी और नबरंगपुर में दिख रहा है। ODRF की 30 टीम और NDRF की 5 टीमों को तैनात किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 6 घंटे में मोन्था ने 300 किमी का एरिया कवर किया हुआ है।

 

भारी बारिश के अलर्ट के कारण आंध्र प्रदेश में स्कूलों में छुट्टियों का ऐलान किया गया है। विशाखापत्तनम, अनाकापल्ली और पश्चिम गोदावरी जिलों में दो दिन की छुट्टी घोषित की गई है, जहां साइक्लोन से सबसे ज्यादा असर होने की उम्मीद है। IMD ने तूफान के और करीब आने के कारण चेन्नई, तिरुवल्लूर और रानीपेट सहित तमिलनाडु के कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है। 110 kmph तक की रफ्तार वाली हवाओं के साथ, मोंथा ने पहले ही आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर भारी बारिश और तेज हवाएं शुरू कर दी हैं।

 

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आंध्र सीएम ने जारी किए निर्देश

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों से स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि नुकसान को कम करने के लिए तुरंत कार्रवाई किया जाए। सीएम ने जिन इलाकों के लिए चेतावनी जारी की गई है उनके अधिकारियों को बिना किसी देरी के तटीय इलाकों के निवासियों को रिहैबिलिटेशन सेंटर में शिफ्ट करने का निर्देश दिया है। आंध्र तट के कुछ हिस्सों में लहरें 4.7 मीटर तक ऊंची उठ गई हैं।

इंडिगो की एडवाइजरी

मोंथा के आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ने के कारण एयरलाइन इंडिगो ने लोगों के लिए एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में बताया गया है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और राजमुंदरी और उसके आस-पास भारी बारिश होने की उम्मीद है जिसके कारण इन शहरों में फ्लाइट ऑपरेशन प्रभावित रहेगा। इसमें कस्टमर्स को सलाह दिया गया हैं कि एयरपोर्ट जाने से पहले फ्लाइट का स्टेटस चेक कर लें।

 

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अधिकारियों ने खतरे वाले इलाकों में बड़े पैमाने पर लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया है, हजारों निवासियों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है, जिसमें प्रेगनेंट महिलाओं और बुजुर्गों को भी निचले इलाकों से हटाया गया है, जहां तूफान की लहरों और बाढ़ का सबसे ज्यादा खतरा है। शेल्टर होम तैयार कर लिए गए हैं। आपदा राहत टीमों को तुरंत कार्रवाई के लिए तैनात किया गया है।

ओडिशा में असर

ओडिशा में भी दक्षिणी जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है, और भारी बारिश और अंदरूनी इलाकों में बाढ़ के लिए तैयारी की जा रही है। दर्जनों ट्रेनें कैंसिल या उनके रूट बदले जा चुके हैं। तटीय इलाकों में एयर सर्विस पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। मछुआरों को किनारे पर रहने का आदेश दिया गया है। पोर्ट पर होने वाले काम को रोक दिया गया है। बिजली विभाग ने भी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में बाढ़ और लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ गया है।