इंदिरा गांधी इंटरनेशल एयरपोर्ट पर 68 फीसदी से ज्यादा उड़ानें देरी से पहुंची हैं। रविवार को भी हजारों यात्रियों को परेशान होना पड़ा है। एयरपोर्ट ऑपरेटर का कहना है कि एयरलाइन कंपनियों को 4 महीने पहले ही इसके संबंध में आगाह किया गया था, उन्होंने उस संदेश की अनदेखी की है।
लैंडिंग में देरी की वजह रनवे 10/28 का बंद होना था, जिस पर 8 अप्रैल, 2025 से इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) के अपग्रेड का काम चल रहा है। यह अपग्रेड सर्दियों में कोहरे से निपटने में मदद करेगा। सामान्य तौर पर एयरपोर्ट लगातार 46 घंटे तक लैंडिंग के लिए तैयार रहता है लेकिन इसकी क्षमता 32 तक सिमट गई है, जिसकी वजह से ऐसी परेशानियां आ रही हैं।
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DIAL ने क्या कहा?
एयरपोर्ट ऑपरेटर दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने कहा कि एयरलाइनों को चार महीने पहले इसकी सूचना दी गई थी। एयरपोर्ट पर आने वाले व्यवधानों के बारे में सूचित किया गया था लेकिन लोगों ने अपने शेड्यूल में कोई बदलाव नहीं किया।
DIAL ने एयरलाइनों पर आरोप लगाया कि उन्होंने उड़ानें रद्द या रिशेड्यूल नहीं कीं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई। DIAL ने अब अपग्रेड काम अस्थायी रूप से रोका है, और रनवे 10/28 मई के पहले सप्ताह में फिर से खुल जाएगा।
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देरी की वजह से परेशान हजारों यात्री
हजारों यात्रियों को इस देरी की वजह से परेशान होना पड़ा। कुछ उड़ानें दूसरे हवाई अड्डों पर डायवर्ट की गईं। जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने X पर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा, 'दिल्ली एयरपोर्ट पर कुछ गड़बड़ है। 3 घंटे हवा में रहने के बाद हमारी उड़ान जयपुर डायवर्ट हो गई, और मैं रात 1 बजे विमान की सीढ़ियों पर बैठकर हवा ले रहा हूं।'
अप्रैल में कई बार लोगों को परेशान होना पड़ा
अप्रैल में इस महीने यात्रियों को कई बार परेशान होना पड़ा। 11 और 12 अप्रैल को को धूल भरी आंधी की वजह से 50 से ज्यादा घरेलू उड़ानें देरी से हुईं, 25 उड़ानों को डायवर्ट किया गया और 7 उड़ानें रद्द हुईं। मुख्य रनवे 28/10 अब 8 अप्रैल, 2025 से जुलाई के अंत तक बंद रह सकता है। पूर्वी हवाओं की वजह से कुछ उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं।