दिल्ली सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना को लागू न करने पर हाई कोर्ट द्वारा आश्चर्य जताए जाने के एक दिन बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि दिल्ली की फ्री हेल्थकेयर स्कीम को बिना वापस लिए आयुष्मान भारत को लागू करने के लिए रास्ता निकाला जाए। कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने भी एक रैली के दौरान लोगों से कहा था कि वह दिल्ली और पश्चिम बंगाल के लोगों से माफी मांगते हैं क्योंकि इन राज्यों को आयुष्मान योजना का फायदा नहीं मिल रहा है।
यह पहली बार है जब दिल्ली सरकार ने इस बात को लेकर अपने रुख में नरमी दिखाई है। दिल्ली और पश्चिम बंगाल दो ऐसे राज्य हैं जिन्होंने आयुष्मान भारत योजना को अपने यहां लागू नहीं किया है। अब बीजेपी की सरकार बनने के बाद ओडिशा इसे लागू करने की प्रक्रिया में है।
क्या है आयुष्मान भारत स्कीम
स्कीम के मुताबिक कम आय वाले लोगों को अस्पताल में भर्ती होने पर प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक की कैशलेस स्वास्थ्य सुविधा दी जाती है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने 70 साल से ऊपर के सभी व्यक्तियों को इस स्कीम के तहत कवर करने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि राजनीतिक कारणों से दो राज्य बुजुर्गों को इस योजना का लाभ लेने से वंचित कर रहे हैं।
दिल्ली में क्यों नहीं लागू हुई
दिल्ली में स्कीम को क्यों लागू नहीं किया गया, इसके बारे में बताते हुए आतिशी ने कहा कि राज्य में पहले से ही फ्री मेडिकल सुविधा की स्कीम चल रही है जिसे वह लोगों से छीनना नहीं चाहतीं। इसलिए स्कीम को लागू करने में दिक्कतें आ रही थीं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि इसका कोई रास्ता निकाला जाए ताकि दिल्ली के लोगों को आयुष्मान भारत का लाभ मिलने के साथ साथ फ्री हेल्थकेयर की सुविधा भी मिल पाए।
क्या है दिल्ली की फ्री हेल्थकेयर स्कीम
उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए अगर आप दिल्ली के अस्पतालों में जाते हैं तो आपका सारा इलाज मुफ्त में होगा। परामर्श से लेकर दवाइयां, सर्जरी के पहले और बाद तक का सारा खर्चा दिल्ली सरकार उठाती है, जबकि आयुष्मान भारत योजना के तहत कुछ खास वर्गों के लोगों को ही कवर किया गया है।
आगे उन्होंने विस्तार से इस पर बताते हुए कहा कि अगर आपके पास रेफ्रिजेरेटर, दो पहिया वाहन या चार पहिया वाहन है अथवा पक्का घर है तो आप इसके अंतर्गत कवर नहीं किए जाएंगे।