दिल्ली-NCR के आसमान में आज सुबह से धुंध की चादर छाई हुई है। इसी के साथ लोगों को ठंड का भी एहसास हो रहा है, लेकिन यह कोहरा नहीं प्रदूषण की धुंध है, जो दिल्ली-नोएडा के आसमान में छाई हुई है। बुधवार सुबह (13 नवंबर) दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और  NCR के अन्य हिस्सों में धुंध की घनी चादर छाए रहने से दृश्यता में काफी गिरावट आई है।

 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार सुबह पांच बजे दिल्ली के आनंद विहार का एक्यूआई 393 था। स्विस समूह IQAir की लाइव रेटिंग के अनुसार, दिल्ली में AQI 1133 (खतरनाक) था। धुंध और हल्के कोहरे के कारण सुबह के समय दृश्यता कम हो गई है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि शाम और रात में धुंध की स्थिति बनी रहेगी, जिससे दृश्यता पर और असर पड़ेगा। 

 

पराली जलाने की 83 नई घटनाएं
बता दें कि 30 अक्टूबर से AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है। दरअसल, अक्टूबर और नवंबर में धान की फसल की कटाई के बाद पंजाब और हरियाणा में जलाए जाने वाले पराली को अक्सर दिल्ली में वायु प्रदूषण में वृद्धि के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है। आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में पराली जलाने की 83 नई घटनाएं सामने आई है। 

 

15 नवंबर तक ऐसा ही रहेगा प्रदूषण का स्तर

पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में मंगलवार को हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि चंडीगढ़ में यह 'बहुत खराब' रही। सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार, चंडीगढ़ में रात 9 बजे AQI 349 दर्ज किया गया।

 

वहीं, पंजाब में मंडी गोबिंदगढ़ में AQI 269, पटियाला में 245, लुधियाना में 233, जालंधर में 212 और रूपनगर में 200 दर्ज किया गया है। पुर्वानुमान के अनुसार, 13 से 15 नवंबर तक प्रदूषण का स्तर बेहद खराब बने रहने के आसार है। वहीं, कोहरे के कारण उड़ानें भी प्रभावित हो सकती है। समाचार एजेंसी ANI द्वारा जारी किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि कई इलाकों की दृश्यता शून्य के करीब पहुंच गई है।