प्रवर्तन निदेशायल (ED) ने गुरुवार को 'डंकी रूट' के जरिए अवैध रूप से अमेरिका भेजने के मामले में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में 13 परिसरों और घरों की तलाशी ली। एजेंसी ने पंजाब के कई एजेंटों की 5.41 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यह जानकारी दी। ईडी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस केस में फरवरी 2025 में एक मिलिट्री कार्गो प्लेन के जरिए 330 भारतीयों को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया था।
केंद्रीय एजेंसी ने अपनी पिछली जांच में बताया था कि डिपोर्ट किए गए भारतीयों को डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजा गया था। डिपोर्ट किए गए लोगों को ट्रैवल एजेंट, बिचौलिए, विदेशी सहयोगी, हवाला ऑपरेटर, लॉजिंग और दूसरे लॉजिस्टिक्स अरेंजमेंट प्रदाता की एक मुश्किल चेन के जरिए आसान बनाया गया था।
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दो बार तलाशी ले चुकी है ईडी
इससे पहले, ईडी ने दो बार तलाशी अभियान चलाया था। जांच के दौरान मिले दूसरे सबूतों से डंकी रूट चेन में शामिल दूसरे और तीसरे लेवल के लोगों के नाम सामने आए थे। ऐसे में गुरुवार की तलाशी में इन्हीं लोगों के ठिकानों पर छापेमारी हो रही है।
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कार्रवाई एफआईआर पर आधारित
ईडी ने बताया कि यह जांच पंजाब और हरियाणा की पुलिस द्वारा फरवरी में अमेरिका द्वारा सैन्य मालवाहक विमानों के जरिए 330 भारतीय नागरिकों को भारत वापस भेजने के संबंध में दर्ज की गई कई एफआईआर पर आधारित है। अमेरिका से निकाले गए लोग अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे थे।
धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत शुभम शर्मा, जगजीत सिंह, सुरमुख सिंह और उनके परिवारों के बैंक खातों के अलावा कृषि भूमि, आवासीय और व्यावसायिक परिसरों को अस्थायी तौर पर कुर्क किया गया है।
