भारतीय चुनाव आयोग (EC) ने कांग्रेस के निराधार आरोपों को खारिज कर दिया है, जिसमें 5 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से छेड़छाड़ की बात कही गई थी।  चुनाव हारने के बाद, कांग्रेस ने मतगणना के दौरान ईवीएम पर 99 प्रतिशत बैटरी की स्थिति पर आशंका व्यक्त की थी। कांग्रेस ने ईवीएम से संभावित छेड़छाड़ और मतगणना में जानबूझकर देरी का आरोप लगाया था। 

 

कांग्रेस के आरोपों पर EC का जवाब

कांग्रेस के इन आरोपों पर चुनाव आयोग ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है। चुनाव आयोग ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखकर कांग्रेस के आरोपों का खंडन किया है। चुनाव आयोग ने कहा कि जिन 26 निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवारों ने शिकायत दर्ज कराई थी उन सभी के आरओ को किसी भी तरह की कोई गडबड़ी की सबूत नहीं मिला है। 

 

EVM में कोई गड़बड़ी नहीं

EC ने कहा कि आरओ ने ईवीएम से जुड़ी महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं के दौरान कांग्रेस उम्मीदवारों या उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी भी दर्ज की थी। मतदान से छह से आठ दिन पहले ईवीएम चालू करने से लेकर ईवीएम की कंट्रोल यूनिट में नई बैटरियां लगाने और मतदान और मतगणना के बाद ईवीएम को सील करने तक ये सभी लोग मौजूद थे।

 

क्यों था बैटरी 99 प्रतिशत?

कांग्रेस के आरोपों और सवालों के जवाब देने के लिए चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) को भी अपडेट किया है। इसके अलावा चुनाव आयोग ने मतदान के बाद ईवीएम में दिखाए गए 99 प्रतिशत बैटर पर भी स्पष्टीकर दिया है। EC ने कहा कि बैटरी में 99 प्रतिशत दिखने का मतलब यह नहीं होता ही बैटरी वास्तव में 99 प्रतिशत चार्च है। जब बैटरी वोल्टेज 8.2 v और 7.4 v के बीच गिरता है तो डिस्प्ले 99 प्रतिशत दिखता है। यह केवल तभी होता है जब वोल्टेज 7.4 से नीचे चला जाए। वहीं, 5.5 V पर ईवीएम काम करना बंद कर देता है।