केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नकली ब्यूटी प्रोडक्ट बेचने वाली महिला को गिरफ्तार किया है। महिला को मनी लॉड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी है। इंस्टाग्राम पर उसके 1.2 मिलियन फॉलोवर्स हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला ने साल 2018 में फर्जी तरीके से निकाले गए 18 करोड़ लोन के रुपयों को निजी फायदों के लिए इस्तेमाल किया था। यह पूरा मामला धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत चल रही जांच का एक हिस्सा है। 

 

इस मामले की जांच ED ने मोहाली के फेज-8 थाने में दर्ज एक FIR से शुरू की थी, जिसमें संदीपा विर्क और उनके साथियों के खिलाफ IPC की धारा 406 और 420 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। संदीपा विर्क का रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के पूर्व डायरेक्टर से भी कनेक्शन बताया जा रहा है। इन पर आरोप है कि इन्होंने झूठे वादों और फर्जी सौदों के जरिए लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है।

 

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जांच के दौरान प्रोडक्ट निकले नकली

ED की ताबड़तोड़ छापेमारी में संदीपा की कंपनी का बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल संदीपा विर्क खुद को hyboocare.com नाम की वेबसाइट की मालिक बताती थीं। इस वेबसाइट पर बताया जाता था कि यहां FDA अप्रूव्ड ब्यूटी प्रोडक्ट बेचा जाता है लेकिन हकीकत में जब इसकी जांच हुई तो वेबसाइट पर बिकने वाले सारे प्रोडक्ट्स नकली थे। जांच के बाद पता चला कि वेबसाइट पर किसी तरीके का कोई सटीक रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकता था और न ही उस वेबसाइट से जुड़ा कोई पमेंट गेटवे चल रहा था। वेबसाइट पर कस्टमर कंप्लेन के लिए किसी भी तरीके का कोई खास नंबर या कांटैक्ट डिटेल मौजूदगी नहीं है। जांच में पता चला कि बेवसाइट पर दिया गया कंपनी का पता ठिकाना भी साफ नहीं था।

रिलायंस कैपिटल के पूर्व डायरेक्टर से भी संबंध

ED की जांच में खुलासा हुआ कि संदीपा विर्क का संपर्क अंगरई नटराजन सेथुरमन से था, जो रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के पूर्व डायरेक्टर रह चुके हैं। दोनों के बीच गैरकानूनी ‘लायजिंग' के काम पर बातचीत होती थी। जब सेथुरमन के घर की तलाशी ली गई तो पता चला कि वह अपने निजी फायदे के लिए फंड्स का गलत इस्तेमाल करते थे।

 

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2018 में 18 करोड़ रुपए का लोन

जांच में यह भी पता चला कि साल 2018 में रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड से करीब 18 करोड़ रुपये सेथुरमन को बिना किसी पुख्ता जांच के दे दिए गए थे। लोन की शर्तें इतनी ढीली थीं कि ब्याज और मूल रकम चुकाने की पाबंदी तक नहीं थी। इसके अलावा, रिलायंस कैपिटल लिमिटेड से उन्हें 22 करोड़ रुपये का होम लोन भी दिया गया था, जो नियमों के खिलाफ था। इन पैसों का बड़ा हिस्सा गलत तरीके से खर्च किया गया और अब तक लोन जमा भी नहीं किया गया है।

 

ED ने 12 अगस्त को संदीपा विर्क को गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 अगस्त तक के लिए ED की कस्टडी में भेजा गया था। फिलहाल, ED मामले की जांच कर रही है, आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।