महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) की शिकायत के बाद  हैकर सैयद शुजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। यह मामला एक वायरल वीडियो से जुड़ा है जिसमें शुजा ने दावा किया कि वह चुनाव परिणामों में हेरफेर करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को हैक कर सकता है।

 

इस वीडियो क्लिप में शुजा ईवीएम के नतीजों में हेराफेरी करने का दावा करता नजर आ रहा है। उसने कहा कि उसे यह टेक्नॉलिजी अमेरिकी रक्षा विभाग से मिली है। सैयद ने अपनी सर्विस पूरी करने के लिए 54 करोड़ रुपये की मांग भी की।

 महाराष्ट्र के सीईओ ने जारी किया बयान

वीडियो वायरल होने के बाद महाराष्ट्र के सीईओ ने एक बयान जारी कर शुजा के दावों को खारिज कर दिया। बयान में कहा गया है, 'कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक व्यक्ति महाराष्ट्र चुनाव में ईवीएम की फ्रीक्वेंसी को अलग करके ईवीएम हैक करने और छेड़छाड़ करने के झूठे, निराधार और निराधार दावे कर रहा है।'

 

सीईओ ने कहा कि ईवीएम स्टैंडअलोन मशीनें हैं जो किसी नेटवर्क से जुड़ी नहीं होतीं और इससे छेड़छाड़ असंभव है। ईवीएम पूरी तरह से छेड़छाड़-रहित हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कई मौकों पर ईवीएम पर भरोसा जताया है। भारत के चुनाव आयोग ने ईवीएम के बारे में संदेह और मिथकों को दूर करने के लिए अपनी वेबसाइट पर विस्तृत FAQ पब्लिश किए हैं।'

 

 

BNS और IT एक्ट के तहत FIR दर्ज 

भारतीय न्याय संहिता और आईटी एक्ट के तहत दर्ज की गई एफआईआर में शुजा पर गलत सूचना फैलाने और चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता को कम करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है। बता दें कि 2019 में भी इसी तरह की एक घटना में शुजा पर दिल्ली चुनाव के दौरान ईवीएम से छेड़छाड़ के बारे में झूठे दावे करने का आरोप लगाया गया था। अधिकारियों का मानना ​​है कि वह फिलहाल विदेश में छिपा हुआ है। 

 

कौन है सैयद शुजा?

सैयद शुजा एक अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट है जो मूल रूप से भारत का रहने वाला है। उसने लंदन में दावा किया था कि EVM की फ्रींक्वेसी अलग करके उसे हैक किया जा सकता है। सैयद का सबसे पहला वीडियो 2019 में सामने आया था जिसमें उसने दावा किया था कि 2014 लोकसभा चुनाव में जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत हुई थी, तब ईवीएम को हैक किया गया था। शुजा ने दावा किया था कि महाराष्ट्र के बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे को मौत हादसा नहीं थी। उनकी हत्या की गई थी।

 

हालांकि, शुजा इसको लेकर कोई सबूत पेश नहीं कर पाया था। कहा जाता है कि शुजा एक साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर है। हैदराबाद का रहने वाला शुजा फिलहाल अमेरिका की किसी कंपनी में काम करता है। शुजा ने दावा किया कि भारत में जब ईवीएम बनाई गई थी, तब वह उस टीम का हिस्सा था। शुजा ने यह भी दावा किया है कि 2014 में उसकी टीम पल ईवीएम हैक करने का दबाव बनाया गया था।