गीता जयंती बुधवार यानी 11 दिसंबर को मनाई जा रही है। गीता जयंती को मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस मौके पर हरियाणा की नायब सैनी सरकार कुरुक्षेत्र में 'अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव' मना रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं।

गीता महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 5 दिसंबर से 11 दिसंबर के बीच में हो रहे हैं। इस दौरान सहभागी राज्य उड़ीसा और तंजानिया के कलाकार भी अपनी-अपनी संस्कृति की छाप छोड़ रहे हैं। वहीं, कार्यक्रम में 19 राज्यों के सेल्प हेल्प ग्रुप और बेहतरीन शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। 

विदेशों में भी गीता की बढ़ रही लोकप्रियता

 

भगवत गीता, हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों में शामिल है, जिसे बहुत ही पवित्र माना जाता है। साथ ही यह आज के समय में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले ग्रंथों में से भी एक है। जिसकी लोकप्रियता केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी बढ़ रही है। गीता में मानव सभ्यता की भलाई के लिए कई बातें बताई गई हैं। 

15 दिसंबर तक चलेगा महोत्सव

 

बता दें कि कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव 28 नवंबर से शुरू हुआ है, जो 15 दिसंबर तक चलेगा। इस महोत्सव में हरियाणा ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों से भी लोग शिरकत कर रहे हैं। इस अवसर पर बुधवार को कुरुक्षेत्र के थीम पार्क में वैश्विक गीता पाठ का आयोजन किया जाएगा। इसमें 18 हजार बच्चे एक जगह पर बैठकर गीता के मंत्रों का उच्चारण करेंगे। वहीं इस कार्यक्रम में पूरे विश्व भर में डेढ़ करोड़ लोग ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे। 

1.5 करोड़ लोग ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे

 

इस वैश्विक गीता पाठ के साथ हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के अलावा देश के अन्य राज्यों और विदेशों से लगभग 1.5 करोड़ लोग ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 11 दिसंबर को गीता जयंती के पर्व पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। 

पीएम मोदी ने गीता जयंती की शुभकामनाएं दीं

मुख्यमंत्री नायब सिंह थीम पार्क में सुबह वैश्विक गीता पाठ, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में करीब 2 बजे 48 कोस तीर्थ सम्मेलन, करीब 3 बजे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में विदेश निगम विभाग हरियाणा की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में पहुंचेंगे।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता जयंती के अवसर पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने एक्स पर कहा, 'समस्त देशवासियों को गीता जयंती की अनंत शुभकामनाएं। भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और परंपरा के मार्गदर्शक दिव्य ग्रंथ के उद्गम दिवस के रूप में मनाया जाने वाला यह पावन उत्सव हर किसी को कर्मयोग की राह दिखाए। जय श्री कृष्ण!'

18 अध्याय और 700 श्लोक 

 

गीता मात्र एक पुस्तक नहीं है, बल्कि उपदेशों का जीवंत स्वरूप है। इसके उपदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने हजारों साल पहले थे। हर काल में जीवंत होने के कारण भी इसकी जयंती मनाई जाती है। इस दिन गीता के पाठ से मुक्ति, मोक्ष और शान्ति का वरदान मिलता है। गीता के पाठ से जीवन की जानी-अनजानी तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। 18 अध्याय और 700 श्लोकों वाले इस धर्मग्रंथ में जीवन को महान बनाने का हर एक सूत्र मिलता है।