पूर्वोत्तर राज्यों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट आई है। केंद्र सरकार ने रिपोर्ट में बताया है कि साल 2023 में समूचे पूर्वोत्तर राज्यों में हुई कुल हिंसा का लगभग 77 प्रतिशत हिस्सा अकेले मणिपुर में हुई। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मणिपुर में जारी हिंसा कितनी भयावह है।

 

मणिपुर में बहुसंख्यक मैतेई और आदिवासी कुकी समुदायों के बीच पिछले डेढ़ साल से जातीय हिंसा हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट बताती है कि पूर्वोत्तर में कुल 243 हिंसक घटनाएं हुईं लेकिन इनमें से 187 हिंसक घटनाएं एकेले मणिपुर राज्य में हुई हैं।

 

राज्य में 250 से ज्यादा लोगों की मौत

 

मणिपुर में 3 मई 2023 को मैतेई और कुकी समुदायों के बीच बड़े पैमाने पर जातीय हिंसा भड़क उठी थी। हिंसा में अबतक भारी जानमाल की हानि हुई है। हिंसा में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल हैं। इसके अलावा 12,247 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 625 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 

 

रिपोर्ट में मुताबिक, मणिपुर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में 33 उग्रवादियों को मार गिराया गया और 184 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही 49 हथियार बरामद किए गए। वहीं, उग्रवादी संगठनों के 80 कैडरों ने 31 हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया।

 

सरकार के हिंसा को लेकर प्रयास

 

मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने मणिपुर में स्थिति को संभालने के लिए तत्काल और निरंतर कार्रवाई की है। मणिपुर के शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत करके, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, सेना और असम राइफल्स की अतिरिक्त कंपनियों को तैनात करके, हेलीकॉप्टर और ड्रोन तैनात करके और एकीकृत कमांड सिस्टम लागू करके तत्काल कार्रवाई शुरू की गई।

 

गृह मंत्री अमित शाह ने क्या किया?

 

साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 29 मई से 1 जून 2023 तक के दौरे के दौरान सरकारी अधिकारियों, सुरक्षा बलों के अधिकारियों, राजनीतिक नेताओं और नागरिक समाज संगठनों के 100 से अधिक सदस्यों के साथ 15 से अधिक बैठकें कीं।

इसके अलावा, गृह मंत्री के निर्देशों के अनुसार, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने 25 मई से 17 जून 2023 तक मणिपुर में रहकर स्थिति की निगरानी की। ज्ञात हो कि मणिपुर में अभी भी रुक-रुक कर हिंसा जारी है। केंद्र के अधिकारियों ने कहा है कि राज्य में अब तक हिंसा में 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। 

 

सीएम ने माफी मांगी

इस बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने साल के आखिरी दिन माफी मांगी है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि साल 2025 अच्छा गुजरेगा। उन्होंने राज्य के लोगों से अपील की है कि अब तक जो हुआ, उसे भूलकर, एक-दूसरे को माफ करके आगे बढ़ें। सीएम बिरेन सिंह ने यह भी कहा है कि मणिपुर की सभी 35 जनजातियों को मिलकर एकसाथ रहना चाहिए।