महीनों तक हमास की कैद में रहने के बाद जब इजरायली बंधक रिहा हुए तो उन्होंने हमास को ऐसे अंदाज में शुक्रिया कहा, जिसने दिल जीत लिया है। महीनों तक यातना सहने के बाद हमास ने 3 बंधकों को रिहा किया और उन्हें रेड क्रॉस को सौंप दिया। एक बंधक ने हमास के लड़ाको का सिर चूम लिया।
रिहा हुए बंधकों के नाम ओमर वेंकर्ट, ओमर शेम टोव और एलिया कोहेन हैं। उन्हें हमास के लड़ाके बाहर लेकर आए। नुसेरात शहर में मंच पर उनकी परेड कराई। रेड क्रॉस के अधिकारियों को सौंपे जाने से पहले उन्होंने हमास के लड़ाकों से हाथ मिलाया, रिलीज सर्टिफिकेट लिया।
जब बंधक ने चूमा हमास के लड़ाकों का सिर
ओमर शेम टोव नाम के एक इजरायली बंधक ने रिहाई के बाद हमास के सदस्यों से माथे को चूम लिया। रेड क्रॉस का काफिला बंधकों को लेकर गया। अब उन्हें इजरायल के लड़ाकों को सौंप दिया गया है।
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बंधक के परिवार ने क्या कहा?
द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट ने बंधक के परिवार के हवाले से एक रिपोर्ट छापी है। ओमर के पिता मल्की शेम टोव ने कहा, 'ओमर खुशमिजाज है। वह हमेशा उत्साहित रहता है, वह बेहद सकारात्मक सोच वाला है।'
ओमर के पिता ने कहा, 'हमें नहीं पता था कि वह कैसा दिख रहा होगा। वह बाहर आया, चेहरे पर मुस्कुराहट थी। उसने हाथ हिलाया, वह अल्हड़ है। वह इसी तरह का बच्चा है। वह जहां जाता है, घुल-मिल जाता है। हमास से भी वह घुल-मिल गया।'
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जंग का नतीजा क्या निकला?
इजरायल और हमास के बीच जंग में जनवरी 2025 तक मरने वालों की संख्या 46,000 से ज्यादा हो गई थी। इनमें से बड़ी आबादी महिला और बच्चों की है। गाजा के 85% से अधिक आबादी विस्थापित है। अक्टूबर 2023 में जंग छिड़ी तो इजरायल के 1200 लोग मारे गए। इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की और गाजा शहर खंडहर में तब्दील हो गया।