पंचकूला के औद्योगिक क्षेत्र में ‘एक थैला, एक थाली’ अभियान के अंतर्गत आज एक महत्वपूर्ण धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजनों में पुनः उपयोग होने वाले बर्तनों का प्रयोग सुनिश्चित करना है।

 

समारोह से पहले थालियां और गिलासों को यमुनानगर जिले के जगाधरी में पैक किया गया और पंचकूला लाया गया। पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान के बाद, इन बर्तनों को प्रयागराज के लिए रवाना किया गया।

भेजे गए कितने बर्तन

महाकुंभ प्रयागराज हेतु आज पंजाब की तरफ से 16,560 गिलास, 27,000 थालियां भेजी गईं, जो ‘एक थैला, एक थाली’ अभियान की सफलता और समाज के योगदान को दर्शाता है।

क्या है अभियान का उद्देश्य

हरियावल पंजाब के प्रांत संयोजक प्रवीण कुमार ने अपने संबोधन में कहा, ‘यह पहल पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को समझाने और उस पर कार्य करने के लिए उठाई गई है। यह कदम पर्यावरण पर एक बड़ा सकारात्मक प्रभाव डालेगा और इतिहास रचेगा।’

 

उन्होंने सभी से अपील की कि वे शादियों, पार्टियों और अन्य अवसरों पर डिस्पोजेबल वस्तुओं के उपयोग से बचें। उन्होंने कहा, ‘अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर दूसरों को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करें। छोटे-छोटे कदम बड़ा बदलाव ला सकते हैं।’

क्या है मैसेज

यह मुहिम यह संदेश देती है कि श्रद्धालु महाकुंभ के दौरान बायोडिग्रेडेबल और पुन: उपयोगी बर्तनों का इस्तेमाल कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें। ‘एक थैला, एक थाली’ अभियान समिति सभी आयोजकों और जागरूक नागरिकों का आभार व्यक्त करती है।

कौन रहे उपस्थित

इस कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख गणमान्य लोगों में फतेहगढ़ साहिब से संदीप कश्यप, सीमा धीर, उषा महावर और शशि गर्ग थे। इसके अलावा चंडीगढ़ से राजिंदर जैन, डॉ. प्रदीप शर्मा, विनोद बंसल और प्रशांत कुमार शामिल थे। मोहाली से शामिल होने वालों में अमित कालिया, तरसेम, भूपिंदर भाटिया, विजेता और डॉ. अजय गांधी शामिल थे। वहीं पंचकूला से मनोज शर्मा, अशोक और रविंदर शामिल थे।