हिमाचल प्रदेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HRTC) की एक बस में राहुल गांधी के खिलाफ एक ऑडियो बजाने पर ड्राइवर और कंडक्टर की नौकरी संकट में आ गई है। ट्रांसपोर्ट विभाग ने दोनों को नोटिस भेज दिया है। HRTC की एक शिमला से संजौली रूट पर चल रही थी, तभी तेज आवाज में एक ऑडियो क्लिप चल पड़ी।

ऑडियो में एक राजनीतिक बहस हो रही थी, जिसमें बार-बार आचार्य प्रमोद कृष्णन, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, तेजस्वी यादव और केंद्र सरकार नाम आ रहा था।
 

किसने की है शिकायत?
सैमुयल प्रकाश नाम के एक शख्स ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के सचिव को लिखे पत्र में कहा कि बस में दुष्प्रचार किया जा रहा है। विभाग ने बस और कंडक्टर को नोटिस भेज दिया है। 

इसमें गलत क्या है?
नोटिस में कहा गया है कि बस कंडक्टर और ड्राइवर की मौजूदगी में एक राजनीतिक क्लिप चली है। किसी भी सरकारी गाड़ी में इस तरह से किसी नेता के खिलाफ क्लिप चलाना गलत है। 


3 दिन के अंदर देना होगा जवाब?
नोटिस में कहा गया है  सरकारी गाड़ी में ऐसे किसी क्लिप को चलाना गलत था, इसे रोकेने की जिम्मेदारी आपकी थी। अपना जवाब आप 3 दिन के अंदर दाखिल करें, नहीं तो आपके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। 

 

क्या है बस-कंडक्टर और ड्राइवर के पास क्या हैं विकल्प?
बस ड्राइवर और कंडक्टर, दोनों अपने-अपने पक्ष विभागीय जांच में रखेंगे। दोनों को नोटिस का सही जवाब देना होगा। उन्हें वे परिस्थितियां भी बतानी होंगी कि आखिर क्यों उन्होंने बस में राजनीतिक क्लिप चलाई, या यह जानबूझकर नहीं किया गया है। अगर जांच में वे दोषी पाए जाते हैं तो विभाग उनके खिलाफ कुछ अनुशासनात्मक फैसले ले सकता है। उनके पास अपने विभाग के एक्शन के खिलाफ अदालत में जाने का विकल्प खुला होगा। या किसी अन्य आधिकारिक प्राधिकरण में वे अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।