आंध्र प्रदेश में यात्रियों से खचाखच भरी एक बस में ऐसी भीषण आग लगी कि कई लोगों की जान चली गई। हैदराबाद-बेंगलुरु हाइवे पर कुरनूल के पास एक तेज रफ्तार बाइक और बस में भिडंत हो गई, जिसके बाद बस में भीषण आग लग गई। महज कुछ सेकेंड में पूरे बस में फैल गई और लोगों को उतरने के लिए वक्त ही नहीं मिला। बस में 40 से ज्यादा लोग सवार थे। इस बस हादसे में करीब 20 लोगों की मौत हो गई है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, 'आंध्र प्रदेश में हुआ हादसा दुखद है। बस में आग लगने की वजह से लोगों की मौत हुई है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।'

 टीडीपी सांसद बायरे्ड्डी शबरी ने हादसे पर कहा, 'यह बस कुछ ही मिनटों में आग की चपेट में आ गई। हम 19 लोगों को बचा सके, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी लोगों की पहचान नहीं हो सकी क्योंकि उनके शव पूरी तरह जल गए थे। हम लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।'


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हादसा कैसे हुआ?

मोटरसाइकिल कुरनूल में चिन्नातेकुर के पास बस से टकरा गई और उसके नीचे आ गई। हादसे में बाइक की टंकी खुल गई और भीषण आग लग गई। कुछ सेकेंड में पूरा बस आग के लपेटे में आ गया। आग फ्यूल टैंक तक पहुंच गई।  कुरनूल रेंज के DIG कोया प्रवीण ने कहा, 'हादसे में कुछ यात्रियों और बाइक सवार की मौत हो गई है। पुलिस स्थिति का आकलन करने के लिए बस की जांच कर रही है। हताहतों और जीवित बचे लोगों की पूरी स्थिति, पूरी जांच और दुर्घटना में शामिल सभी लोगों की पहचान के बाद ही सामने आएगी।'


पुलिस ने हादसे पर क्या कहा है?

स्थानीय पुलिस ने कहा, 'शॉर्ट सर्किट के कारण बस का दरवाजा जाम हो गया और बस कुछ ही मिनट में पूरी तरह जल गई। पुलिस ने बताया कि अधिकतर जीवित बचे लोगों की उम्र 25 से 35 साल के बीच है।'

जिला प्रशासन ने क्या कहा है?

जिला कलेक्टर ए सिरी ने कहा, 'बस में 41 लोग सवार थे। बस में सवार 41 लोगों में से 21 का पता लगा लिया गया है। दुर्घटना में बच गए लोगों की हालत स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं। कई यात्री इस हादसे के बाद बस से बाहर नहीं निकल पाए। यह हादसा रात में हुआ जब वे सो रहे थे। बस का दरवाजा तुरंत नहीं खुला क्योंकि कुछ तार कट गए थे जिससे हादसे की गंभीरता और बढ़ गई। अधिकतर यात्री हैदराबाद के थे।'

कहां जा रही थी बस?

बस पड़ोसी राज्य तेलंगाना के हैदराबाद जा रही थी। जले हुए शवों के डीएनए नमूने लेने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम मौके पर पहुंची। डीआईजी ने कहा कि जिस बस में आग लगी, उसमें फायर रेग्युलेटर के कोई उपाय मौजूद नहीं थे, जिससे यात्रा के दौरान सुरक्षा अनुपालन और आपातकालीन तैयारियों में खामियों का पता चलता है। 

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मुख्यमंत्री ने क्या कहा है?

मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर कहा, 'चिन्नातेकुर गांव के पास हुई भीषण बस आग दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। मेरी गहरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। सरकारी अधिकारी घायलों और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।'

तेलंगाना के सीएम ने क्या कहा?

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने दुर्घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कुरनूल के पड़ोसी तेलंगाना के गडवाल जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को राहत कार्यों के तहत दुर्घटना स्थल का दौरा करने का निर्देश दिया। रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना के मुख्य सचिव से बात की और दुर्घटना पीड़ितों के परिवार के सदस्यों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन बनाने का आदेश दिया है। 

दुर्घटना की जवाबदेही तय हो: मल्लिकार्जुन खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, 'मैं इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाले सभी यात्रियों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। ऐसी घटनाओं में जवाबदेही तय हो।'

 

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने लिखा, 'कुरनूल जिले के चिन्ना टेकुर गांव के पास बस में आग लगने की दुखद घटना से मैं स्तब्ध हूं। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया, उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। सरकारी अधिकारी घायलों और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद देंगे।'