आज दिवाली के शुभ अवसर पर एलएसी से एक खास तस्वीर सामने आई है। करीब साढ़े चार साल बाद चीन और भारत के सैनिकों ने एक-दूसरे को हैप्पी दिवाली की शुभकामनाएं दी। साथ ही तोहफे भी एक्सचेंज किए। पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों से दोनों देशों के सेनाओं ने दिवाली के अवसर पर एक-दूसरे का मुंह मीठा किया।

4 साल बाद दिखी ऐसी तस्वीर
2020 से तनावपूर्ण चल रहे चीन-भारत संबंधों को स्थिर करने की दिशा में यह एक बेहतरीन कदम साबित हुआ है। दोनों देशों के सैनिकों ने लद्दाख में चुशुल माल्डो और दौलत बेग ओल्डी, अरुमाचल प्रदेश में बंछा और बुमला व सिक्किम में नाथुला में एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाई। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, दिवाली के मौके पर एलएसी पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच तोहफे और मिठाइयों की अदला-बदली हुई।

2020 से चल रहे थे रिश्ते खराब
बता दें कि मिठाइयों की अदला-बदली कई सप्ताह तक चली बातचीत के बाद हुआ है, जिसका समापन 21 अक्टूबर को एक समझौते के रूप में हुआ। इस समझौते का उद्देश्य 2020 के गतिरोध से उपजे मुद्दों को हल करना है, जिसमें पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गश्त और सैन्य टुकड़ियों की वापसी की बात कहीं गई थी।

भारत-चीन संबंध
अप्रैल 2020 में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल और वास्तविक सीमा पर चीनी सैनिकों की आक्रामकता के कारण भारत और चीन के संबंध खराब हो गए थे। 15 जून, 2020 को गलवान घाटी में चीनी आक्रमण को विफल करने के दौरान 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद दोनों देशों के संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए थे।
बता दें कि भारत और चीन दुनिया की सबसे लंबी सीमा शेयर करते हैं। एलएसी करीब 3488 किलोमीटर लंबा बॉर्डर है। इस बीच चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों पर अपना दावा करता रहता हैं जिससे दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बन जाती है।