देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनियों में से एक इंडिगो, अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही है। स्टाफ की ऐसी किल्लत है कि कई दिनों से इंडिगो की उड़ानें बार-बार रद्द हो रहीं हैं। गुरुवार को भी देश के कई बड़े एयरपोर्ट से 250 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो गईं हैं। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और गुरुग्राम की ज्यादातर उड़ानें रद्द हो चुकी हैं।
एयरलाइन कंपनी की मुश्किलें लगातार बढ़ती नजर आ रहीं हैं। PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक एयरलाइन का ऑन-टाइम परफॉर्मेंस छह प्रमुख हवाई अड्डों पर 19.7 फीसदी तक गिर गया है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे व्यस्त एयरपोर्ट पर उड़ानें रद्द की जा रही हैं, जिसकी वजह से यात्रियों का गुस्सा फूट रहा है। इंडिगो की परेशानी की वजह फ्लाइड ड्यूटी टाइमिंग लिमिट (FDTL) बताई जा रही है।
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आखिर है क्या बला?
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने फ्लाइड ड्यूटी टाइमिंग लिमिट को लेकर कड़े प्रावधान तय किए हैं। अब इस समयसीमा का दूसरा चरण लागू हो रहा है। कुछ रिपोर्ट में दावा किय है कि नए नियमों की वजह से क्रू मेंबर्स की कमी हो रही है, जिसकी वजह से उड़ानें बाधित हो रही हैं।
यात्री क्या कह रहे हैं?
महाराष्ट्र, दिल्ली, बेंगलुरु और सूरत जैसे शहरों में भी उड़ानें बाधित हुई हैं। कई जगहों पर रिसेप्शन पर एयरपोर्ट अधिकारियों से यात्री भिड़ते नजर आए हैं। फ्लाइट्स में देरी और कैंसिलेशन से यात्रियों ने शिकायतें दर्ज कीं हैं।
सतीश काले, इंडिगो पैसेंजर, पुणे:-
हमारी फ्लाइट सुबह 7 AM बजे थी। इंडिगो ने इसके लेट होने या कैंसिल होने के बारे में कुछ नहीं कहा। आज सुबह, अखबार से पता चला कि इंडिगो को कुछ दिक्कतें आ रही हैं। लोगों को सुबह मैसेज मिल जाना चाहिए था कि फ्लाइट लेट या कैंसल हो सकती है। पुणे एयरपोर्ट के दोनों फ्लोर भरे हुए हैं।'
पुणे एयरपोर्ट पर ही मौजूद एक दूसरे यात्री ने कहा, 'मुझे लगता है कि वे सरकार के खिलाफ कोई साइलेंट स्ट्राइक कर रहे हैं। वे दिखाना चाहते हैं कि इंडस्ट्री में उनकी पहले से ही मोनोपॉली है। वे कह रहे हैं कि उनके पास क्रू नहीं है। 3 पैसेंजर बेहोश हो गए हैं। वे जनता का पैसा लूट रहे हैं। सरकार को इंडिगो का कोई दूसरा ऑप्शन ढूंढना चाहिए।'
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नए नियम क्या हैं?
पायलटों को हर सप्ताह कम से कम 48 घंटे लगातार आराम देना अनिवार्य है, जिससे वे थकान से उबर सकें। इस दौरान इन घंटों में वे ऑफ फ्लाइट रहेंगे, कोई आधिकारिक काम नहीं करेंगे। रात 12 बजे से लेकर सुबह 6 बजे के बीच में, पायलट अधिकतम 2 लैंडिंग ही कर सकते हैं। रात में खराब विजिबिलटी और लगातार थकान की वजह से उन पर तनाव रहता है। तनाव कम करने के लिए यह जरूरी है।
एयरलाइन कंपनियां किसी पायलट या क्रू को 2 से ज्यादा बार लगातार नाइट ड्यूटी पर नहीं लगा सकतीं। अगर ड्यूटी में नाइट ऑपरेशन शामिल है तो 2 से ज्यादा बार ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। लगातार तीसरी रात नाइट ड्यूटी नहीं दी जा सकती है, जिससे शरीर की स्लीप-साइकल न बिगड़े।
फ्लाइट ड्यूटी पीरियड में पायलट फ्लाइंग टाइम के ज्यादा अधिकतम 1 घंटा ही अतिरिक्त काम कर सकते हैं। प्री-फ्लाइट और पोस्ट-फ्लाइट की तैयारी भी शामिल है। अगर लंबी उड़ानें हैं, तो चलाने वाले पायलटों के लिए दो लगातार ऐसी उड़ानों के बाद कम से कम 24 घंटे का अतिरिक्त आराम भी जरूरी होगा।
इस फैसले का असर क्या हुआ?
इंडिगो, फ्लाइड ड्यूटी टाइमिंग लिमिट का दूसरा स्टेज लागू होने के बाद से ही स्टाफ की किल्लत सामने आ रही है। अब एयरपोर्ट पर उड़ानें रद्द हो रहीं हैं, फ्लाइट ऑपरेशन में देरी हो रही है।
उड़ानें बार-बार रद्द हो रहीं हैं, DGCA क्या कर रहा है?
DGCA ने कहा है कि इंडिगो की उड़ानें प्रभावित होने से जुड़े मामले की जांच की जा रही है। विमानन संस्था ने एयरलाइन से यह भी सवाल किया है कि कितनी उड़ानें रद्द हुईं हैं, उड़ानों में देरी कैसे ठीक की जाएगी। DGCA ने यह भी पूछा है कि इसका समाधान क्या है।
कब से लागू है फैसला?
DGCA के निर्देश पर FDTL 1 जुलाई को लागू हुआ था। दूसरा स्टेज 1 नवंबर से लागू हुआ है। नए नियमों का असर, इंडिगो पर सबसे ज्यादा पड़ा है। पायलट संगठनों ने कहा है कि इंडिगो ने नए नियमों की जानकारी के बाद भी नई भर्तियां नहीं कीं।
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने क्या कहा है?
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) का कहना है कि इंडिगो को कॉकपिट फ्लाइंग क्रू के लिए नई फ्लाट ड्यूटी, आराम करने के नियमों को लागू करने से पहले ही 2 साल तक तक वक्त दिया गया था। 2 साल में नए पायलटों और क्रू मेंबर्स की भर्ती की जा सकती थी। DGCA के साफ निर्देशों के बाद भी नई भर्तियां नहीं की जा रहीं थीं।
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट ने अब DGCA से अपील की है कि इंडिगो की सीजनल फ्लाइट प्रोग्राम को फिलहाल मंजूरी न दे। संगठन का कहना है कि जब तक इंडिगो, नई फ्लाइट ड्यूटी टाइमिंग लिमिट के तय नियमों के मुताबिक अपनी सेवाएं शुरू न करे, पर्याप्त कर्मचारी न आ जाएं, तब तक यह इजाजत नहीं मिलनी चाहिए।
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट ने DGCA से कहा है कि अगर इंडिगो अभी तक यह सुविधाएं नहीं दे पा रहा है तो दूसरी विमानन कंपनियों को इंडिगो का स्लॉट मिले। कोहरे और छुट्टियों के मौसम में लोगों को फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से परेशान न होना पड़े।
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नई नहीं है परेशानी
FDTL नियमों का दूसरा चरण नवंबर से लागू है। पूरे नवंबर में इंडिगो के यात्री सबसे ज्यादा परेशान हुए हैं। नवंबर महीने में ही इंडिगो ने 1,232 उड़ानें रद्द कीं हैं, जिनमें 755 उड़ानें, सिर्फ इस वजह से रद्द हुए कि पायलटों को आराम दिया गया था। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट बताती है कि इंडिगो का ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) अक्टूबर के 84 फीसदी से गिरकर नवंबर तक 68 फीसदी पर आ गया है। मंगलवार को OTP सिर्फ 35 फीसदी रहा, यह अब तक का सबसे कमजोर आंकड़ा है। यात्री आए दिन मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
