इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने अपने अंतरिक्ष डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SpaDex) के लिए डॉकिंग प्रयास को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया है। दरअसल, दो स्पेस सैटेलाइट के बीच अत्याधिक बहाव का पता लगाया गया जिसके बाद इसरो ने यह फैसला लिया। 

 

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि सैटेलाइट के बीच की दूरी को 225 मीटर तक कम करने के लिए किए गए ऑपरेशन के दौरान यह समस्या सामने आई, जिसमें नॉन-विजिबिलिटी पीरियड के बाद बहाव उम्मीद से अधिक हो गया। 

 

दूसरी बार स्थगित हुआ यह मिशन

बता दें कि यह मिशन दूसरी बार स्थगित किया गया है। पहले 7 जनवरी के लिए इसे निर्धारित किया गया था और फिर 9 जनवरी को रिशेड्यूल किया गया था। हालांंकि, इसरो ने आश्वासन दिया है कि एक्सपेरिमेंट में शामिल दोनों सैटेलाइट - SDX01 (चेजर) और SDX02 (टारगेट) - सुरक्षित हैं और सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। डॉकिंग प्रयास के लिए नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। 

 

इसरो ने 30 दिसंबर, 2024 को PSLV C60 रॉकेट के जपिए अपने स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट को लॉन्च किया था। 220 किलोग्राम के दो सैटेलाइट इस समय 475 किमी की ऊंचाई पर परिक्रमा कर रहे हैं। 

 

 

इन तीन देशों के पास इसकी उपलब्धि

लॉन्च किए गए SpaDeX मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक में भारत की क्षमता का प्रदर्शन करना है। वर्तमान में केवल तीन अन्य देशों: अमेरिका, रूस और चीन ने इसमें उपलब्धि हासिल की है। 

 

इसरो ने बयान में क्या कहा?

इसरो के बयान में इस बात पर जोर डाला कि मिशन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए आगे के विश्लेषण की आवश्यकता है। अंतरिक्ष डॉकिंग, एक सटीक और जटिल ऑपरेशन है, जिसमें कक्षा में दो अंतरिक्ष यान को संरेखित करना और जोड़ना शामिल है और यह भविष्य के अंतरिक्ष जांच मिशनों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह एक्सपेरिमेंट भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए बहुत महत्व रखता है। देरी के बावजूद, इसरो एक सफल डॉकिंग प्रयास को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।