किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल लगभग तीन हफ्तों से भूख हड़ताल पर हैं। खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ती जा रही है और उन्हें मनाने के लिए अब आला अधिकारी भी पहुंचने लगे हैं। इस बीच डल्लेवाल के 8 साल के पोते का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया है। डल्लेवाल के 8 साल के पोते जिगरजोत सिंह ने अपने दादा से अपील की है कि वह जल्दी से जल्दी मोर्चा फतह करें और घर जाएं। डल्लेवाल के पोते का कहना है कि उसके दादा ने बहुत सी जंगें लड़ी हैं लेकिन वह एक भी नहीं हारी है। डल्लेवाल के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि लगातार भूख हड़ताल की वजह से डल्लेवाल का शरीर कमजोर पड़ रहा है और उन्हें साइलेंट हार्ट अटैक की संभावना है।

 

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव और केंद्रीय गृह मंत्रालय के मयंक मिश्रा ने भी उनसे मुलाकात की। हालांकि, वह अपनी भूख हड़ताल खत्म करने पर राजी नहीं हुए हैं। अब कहा जा रहा है कि उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए शीशे का कमरा बनाया जाएगा। अभी भी उनसे मिलने वाले लोग मास्क पहनकर ही जा सकते हैं। डल्लेवाल ने आरोप लगाए हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद भ्रामक बयानबाजी कर रहे हैं।

डल्लेवाल के पोते ने क्या कहा?

 

8 साल का जिगरजोत सिंह दूसरी कक्षा में पढ़ता है। जिगरजोत सिंह ने कहा है, 'दादाजी को मैं यही कहना चाहता हूं कि वह जल्दी से जल्दी मोर्चा फतह करें और घर जाएं। उन्होंने 21 दिन से कुछ नहीं खाया, कुछ नहीं खाया और आप देख ही सकते हैं कि उनकी सेहत बहुत ज्यादा डाउन हो रही है। उन्होंने एक चिट्ठी भी लिखी थी मोदीजी को, वह चिट्ठी मोर्चा फतह करने के लिए लिखी थी।'

 

जिगरजोत सिंह ने आगे कहा था, 'उन्होंने बहुत सी जंगें लड़ी हैं। उनमें से वह एक भी जंग नहीं हारे हैं। सरकार को मैं यह कहना चाहता हूं कि सरकार मांग मान ले और जो किसान बैठे हैं, उन्हें घर जाने का मौका दे। अब किसानों की तादाद हजारों से बढ़कर लाखों हो गई है। अब वहां सिंगर और एक्टर भी आने लगे हैं। यहां तक कि अब बहुत सारे किसान भी आने लगे हैं। किसानों की तादाद बढ़ गई है। आप सेहत को देख सकते हैं, सेहत डाउन है लेकिन हौसले वहीं के वहीं हैं।'