जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में एक युवक की लाश मिली है, जिसे सुरक्षा अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। आरोप है कि पहलगाम हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इस युवक से पूछताछ की थी, उसे हिरासत में लिया था। युवक का नाम अहम माग्ने है। युवक की मौत पर हंगामा बरपा है। कश्मीर के सियासी दल भी युवक की मौत को लेकर जांच की मांग उठा रहे है। पुलिस के दावे, नेताओं के दावे से अलग हैं। 

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी इम्तियाज इम्तियाज माग्रे की मौत को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं। इम्तियाज की लाश कुलगाम के इहरबल इलाके में एक नाले से बरामद किया गया है। पुलिस केस की जांच में जुटी है कि इम्तियाज की मौत कैसे हुई है।

'आतंकियों की मदद की बात कबूल की थी'

इम्तियाज माग्रे की लाश  बरामद होने के कुछ घंटों बाद सामने आए ड्रोन फुटेज में एक युवक को अदबल नाले में कूदते और बहते हुए देखा गया है। शक है कि यह इम्तियाज माग्ने ही हो सकता है। पुलिस ने दावा किया कि इम्तियाज माग्रे ने आतंकियों का सहयोग करने की बात कबूल की थी और वह सुरक्षाबलों को जंगल क्षेत्र में एक ठिकाने पर ले रहा था। इसी दौरान उसने भागने की कोशिश की थी।

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न्यायिक जांच की उठ रही है मांग

जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्री सकीना इट्टू ने माग्रे की मौत से जुड़े मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए दावा किया कि पुलिस रिकॉर्ड में मृतक के खिलाफ कुछ भी नहीं है। सकीना इट्टू ने कहा, 'इम्तियाज माग्रे की मौत की न्यायिक जांच होनी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके। पहलगाम हमला बहुत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण था। हम सभी इससे दुखी हैं। हालांकि, डर का माहौल बना हुआ है। मैं उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से अनुरोध करती हूं कि गृह विभाग को निर्देश दिए जाएं कि निर्दोष लोगों को परेशान न किया जाए और उन्हें नुकसान न पहुंचाया जाए।'


मौत पर शुरू हुई सियासत
महबूबा मुफ्ती ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'कुलगाम में नाले से एक और शव बरामद हुआ है, जिसे लेकर गंभीर आरोप लगे हैं। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि सुरक्षाबलों ने इम्तियाज माग्रे को दो दिन पहले ही पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था और अब उसका शव रहस्यमय तरीके से नाले में मिला है। पहलगाम में आतंकवादी हमला कश्मीर में शांति को पटरी से उतारने, पर्यटन को बाधित करने और देशभर में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का सुनियोजित प्रयास था।'

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'पहलगाम का बदला, कश्मीरी न चुकाएं'

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और सांसद आगा रूहुल्लाह मेहदी ने कहा है कि वह माग्रे के शव की बरामदगी से बहुत चिंतित हैं। समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक आगा मेहदी ने कहा, 'विश्वसनीय रिपोर्टों के अनुसार, माग्रे को कुछ दिन पहले सुरक्षाबलों ने पकड़ लिया था और आज उसे मृत अवस्था में उसके परिवार को सौंप दिया गया। पहलगाम हमले के बाद कश्मीरियों की मौत को नुकसान की भरपाई के रूप में नहीं देखा जा सकता। मनमाने ढंग से हिरासत में लेना, हिरासत में हत्या करना और यातना देना हर लोकतांत्रिक और कानूनी सिद्धांत का उल्लंघन है।'