कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) के बस में भाषा को लेकर हुआ विवाद अब दो राज्यों के बीच विवाद का कारण बनता जा रहा है। खबर के मुताबिक बस कंडक्टर द्वारा मराठी के बजाय कन्नड़ बोलने को लेकर यह विवाद बस कंडक्टर और दो छात्रों के बीच पैदा हुआ था। मामला अब इतना बढ़ गया है कि कर्नाटक ने महाराष्ट्र के लिए बस सेवाएं निलंबित कर दी हैं।

 

कर्नाटक ने बेलगावी से महाराष्ट्र के लिए बस के संचालन पर रोक लगा दी है। बसें सिर्फ कोगानोल्ली चेकपॉइंट पर कर्नाटक की सीमा तक ही जा रही हैं। महाराष्ट्र ने भी कर्नाटक के लिए बस सेवाएं बंद कर दी हैं और बसें सिर्फ दोनों राज्यों के बीच बॉर्डर एरिया तक ही जा रही हैं।

 

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शिवसेना (यूबीटी) ने दिया रिएक्शन

शनिवार को कर्नाटक के चित्रदुर्ग में महाराष्ट्र के एक बस ड्राइवर पर हमला करने और उसके चेहरे पर कालिख पोतने के बाद इस मुद्दे ने राजनीतिक मोड़ ले लिया। जवाबी कार्रवाई में, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं ने कोल्हापुर केंद्रीय बस स्टैंड पर अपनी पार्टी के भगवा रंग के झंडे बांधे और कर्नाटक की एक बस पर काला रंग पोत दिया।

 

शुक्रवार को, मराठी न बोलने पर बेलगावी में केएसआरटीसी बस कंडक्टर पर हमला करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया और एक नाबालिग लड़की को हिरासत में लिया गया। नाबालिग द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए जवाबी शिकायत दर्ज कराने के बाद, कंडक्टर पर यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।

 

क्या था मामला

यह घटना शुक्रवार दोपहर को बेलगावी तालुक के एक गांव में हुई। 51 वर्षीय केएसआरटीसी कंडक्टर महादेव हुक्केरी का कथित तौर पर कॉलेज से घर लौट रहे दो छात्रों के साथ झगड़ा हो गया था। छात्रों ने कहा के वह उनसे मराठी में बात करें तो इस पर कंडक्टर ने जवाब दिया कि उसे सिर्फ कन्नड़ ही आती है। इसके बाद बहस होने लगी और इसने विवाद का रूप ले लिया।

 

कहा जा रहा है कि पूरा मामला फ्री टिकट से जुड़ा है। दरअसल कर्नाटक में महिलाओं के लिए बस की टिकट फ्री है। एक महिला पैसेंजर ने फ्री टिकट की मांग की। इसी को लेकर बहस होने लगी और विवाद बढ़ गया।

 

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ढेरों आबादी मराठी

दरअसल बेलगावी में अच्छी खासी आबादी मराठी लोगों की है और इनमें से तमाम लोग इसे महाराष्ट्र में विलय करने की भी मांग कर रहे हैं जबकि कन्नड़ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। 

 

कथित हमले ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया और कई कन्नड़ संगठनों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया और शनिवार को गांव में मार्च निकाला।

 

कंडक्टर ने क्या कहा?

हुक्केरी ने मीडिया को बताया कि जब वह टिकट बांट रहे थे, तब बहस शुरू हुई। हुक्केरी ने कहा, 'बस में एक महिला और एक पुरुष बैठे थे...बस में ज़्यादातर यात्री महिलाएं थीं। मैं टिकट बांट रहा था। कर्नाटक में महिलाओं के लिए बस में यात्रा मुफ़्त है। एक पुरुष के साथ बैठी महिला ने दो मुफ़्त टिकट मांगे। मैंने उसे एक टिकट दिया और पूछा, तुम दूसरी टिकट किसके लिए चाहती हो, उसने उस आदमी की तरफ़ इशारा किया। लेकिन मैंने उनसे कहा कि कर्नाटक में पुरुषों के लिए बस में यात्रा मुफ़्त नहीं है। फिर, उन्होंने मुझे मराठी में बात करने के लिए कहा।'

 

आगे उन्होंने कहा, 'लेकिन मैं मराठी नहीं जानता और मैंने उनसे कन्नड़ में बात करने को कहा। बस के अंदर छह-सात लोगों ने मुझ पर हमला किया। बस के रुकते ही वहां करीब 50 लोग थे। उन्होंने मुझे भी पीटा,' हुक्केरी ने कहा, जो घायल हो गया और वर्तमान में बेलगावी के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।

 

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कंडक्टर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत

इस बीच, बेलगावी पुलिस कमिश्नर अदा मार्टिन ने पुष्टि की कि नाबालिग ने कंडक्टर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। मार्टिन ने कहा, 'लड़की के बयान के आधार पर, हमने कंडक्टर के खिलाफ पोक्सो का मामला दर्ज किया है।' कंडक्टर पर पोक्सो एक्ट की धारा 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

 

'कंडक्टर अपनी ड्यूटी कर रहा था। तभी एक छात्रा ने उसे मराठी में बात करने के लिए मजबूर किया और जब कंडक्टर ने कहा कि उसे मराठी नहीं आती है, तो लड़की के साथ मौजूद लड़कों ने उस पर हमला कर दिया।'

 

बेलगावी कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच लंबे समय से चले आ रहे क्षेत्रीय विवाद का केंद्र रहा है और यहां मराठी भाषी लोगों की अच्छी खासी आबादी रहती है।



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