महाकाल की नगरी मध्य प्रदेश अपने प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक और पौराणिक महत्व के लिए मशहूर है। जब से उज्जैन में महाकाल लोक का निर्माण हुआ है तभी से यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंच रहे हैं। यहीं एक बड़ी वजह है कि पर्यटकों की पहली पसंद अब उज्जैन बन चुकी है। यहां इस साल जनवरी से नवंबर तक रिकॉर्ड 6.57 करोड़ पर्यटक उज्जैन आए है। 

 

इसके अलावा अब तक 10 करोड़ 66 लाख टूरिस्ट मध्य प्रदेश के अन्य टूरिस्ट प्लेस जा चुके है। यह आंकड़ा 8 साल में दोगुना हो गया हैं। सबसे खास बात यह है कि देसी पर्यटकों के टॉप-5 डेस्टिनेशन में उज्जैन, ओंकारेश्नर, इंदौर, भोपाल और मैहर शहर शामिल हैं। 

 

विदेश पर्यटकों की संख्या कितनी?

जानकर हैरानी होगी लेकिन इस साल केवल मध्य प्रदेश में विदेशी पर्यटकों की संख्या 10 लाख 85 हजार थी। एमपी के ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थल विदेशी सैलानियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन रहा है। वहीं, देसी पर्यटकों की रुचि सबसे अधिक धार्मिक क्षेत्रों में बढ़ी है। इसमें- खजुराहो, बांधवगढ़, कान्हा, पन्ना और ओरछा का नाम शामिल हैं। ओंकारेश्वर में 21 लाख 29 हजार लोगों ने दर्शन किए। वहीं, मैहर में 97 लाख पहुंचे। 

 

महाकाल लोक ने बदली मध्य प्रदेश की तस्वीर

महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन में पर्यटकों की संख्या में भारी उछाल आया है। अभी भी मंदिर में फेज 2 का काम जारी है। महाकाल मंदिर प्रशासक गणेशकुमार धाकड़ के मुताबिक, मंदिर में कम समय में दर्शन होते है। अब भस्मआरती में आरएफ बैंड सिस्टम शुरू किया गया है। इससे अवैध रूप से भस्मआरती में शामिल वालों पर रोक लगाई जाएगी। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए दो भक्त निवास तैयार किया जा चुका हैं। तीसरा अभी बनेगा। दर्शन केवल आम लोग ही नहीं बल्कि सेलीब्रिटी भी बड़ी संख्या में कर रहे हैं। 

 

पिछले साल की तुलना कम आए पर्यटक?

इस साल प्रदेश में प्रयटकों की संख्या पिछले साल के मुकाबले कम रही है। साल 2023 में एमपी में 11.21 करोड़ टूरिस्ट आए थे। वहीं, 2022 में यह आंकड़ा 3.41 करोड़ था। पिछले 2 सालों में प्रदेश में 21.87 करोड़ टूरिस्ट पहुंचे है।