बुधवार, 25 जून 2025 को भारत के विभिन्न हिस्सों में मानसून की सक्रियता ने मौसम को पूरी तरह बदल दिया है। दक्षिण-पश्चिम मानसून इस साल समय से पहले सक्रिय हो गया, जिसकी वजह से देश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिल रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून ने 29 मई तक केरल, मध्य महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर भारत को कवर कर लिया था, और अब यह दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे उत्तर-पश्चिमी राज्यों में भी पहुंच चुका है। इस साल मानसून का आना सामान्य से तेज रहा, जिसके कारण जून-सितंबर के बीच औसत से अधिक बारिश की संभावना जताई गई है।

 

इस बारिश ने कई राज्यों में बाढ़, जलभराव और भूस्खलन जैसी आपदाओं को जन्म दिया है जिसकी वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। असम, बिहार, झारखंड, गुजरात और दक्षिण कर्नाटक जैसे राज्यों में भारी बारिश ने नदियों के जलस्तर को खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा दिया है। दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश के कारण जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ गई है। मौसम विभाग ने आज और अगले कुछ दिनों के लिए कई राज्यों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

 

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देशभर में बारिश और बाढ़ की स्थिति

भारत के विभिन्न हिस्सों में मानसून की सक्रियता के कारण बारिश का दौर जारी है। उत्तर-पश्चिम भारत, विशेष रूप से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 24 जून से भारी बारिश शुरू हो चुकी है, जो 30 जून तक जारी रहने की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में 25, 26 और 27 जून को भारी बारिश का अनुमान है, जिसके साथ तेज आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की गई है। राजधानी में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या ने प्रशासन के सामने चुनौती खड़ी कर दी है।

राजस्थान

राजस्थान में मानसून की सक्रियता से कोटा, भरतपुर और जयपुर संभाग में भारी बारिश दर्ज की गई है। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर और उदयपुर जैसे क्षेत्रों में 27 जून को अति भारी बारिश की संभावना है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। मध्य प्रदेश में भी 24 जून से बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है, और कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।

 

 

राजस्थान के बारां में लगातार बारिश की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 25-27 जून के दौरान आंधी-बारिश की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी राजस्थान में 27 जून से फिर से भारी बारिश की संभावना है।

पूर्वोत्तर भारत में अलर्ट

पूर्वोत्तर भारत में असम सबसे अधिक प्रभावित है, जहां बाढ़ ने 21 जिलों में करीब 7 लाख लोगों को प्रभावित किया है। बराक नदी और इसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आई हैं। बिहार और झारखंड में लगातार 36 घंटों से हो रही बारिश ने कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है। रांची, बोकारो, धनबाद और गया जैसे जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।

 

दक्षिण भारत में कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचाई है। पिछले 24 घंटों में 80.3 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई, जिससे जलभराव और बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ है। नासिक में भारी बारिश की वजह से गोदावरी नदी ओवर फ्लो हो गई है जिसकी वजह से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है।

गुजरात, महाराष्ट्र में बाढ़

गुजरात के सूरत में 100 मिमी से अधिक बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति है। सानिया हेमद गांव में बाढ़ जैसी स्थिति है। कस्बे में स्थित एक मंदिर पानी में डूब गया। सूरत में खबरों के मुताबिक 100 मिमी से बारिश के कारण दो राज्य सड़कें जलमग्न हो गई हैं और निचले इलाकों में 4-5 सोसायटियां जलमग्न हो गई है। वहीं सूरत जिले के ही बारडोली तालुका का रायम गांव लगातार बारिश की स्थिति से बाढ़ जैसी स्थितियों से जूझ रहा है।

 

 

सूरत में पूछले 10 घंटों में करीब 10 मिमी बारिश हो गई है। यहां प्रशासन मुस्तैदी से काम करने में जुटा हुआ है। मध्य प्रदेश की बात करें तो यहां पर अलग अलग स्थानों पर अत्यधिक बारिश की संभावना है। वहीं बिहार, झारखंड, ओडिशा में 27 जून तक भारी बारिश की संभावना है। महाराष्ट्र के मुंबई में कई हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिली, जिसकी वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। इसके अलावा नागपुर में भी भारी बारिश की खबर है।

 

 

हिमाचल प्रदेश में स्थानीय मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी बाढ़ से 19 लोगों की मौत हो चुकी है, और विजयवाड़ा में 2.76 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।

 

 

जम्मू कश्मीर में भी 25 से 27 जून के बीच बारिश की संभावना जताई जा रही है। कुछ जगहों पर तेज और मध्यम बारिश की संभावना है। ये गतिविधियां 2 जुलाई तक चल सकती हैं। यूपी की बात करें तो गर्मी और उमस बनी रहने की संभावना है। दोपहर में गरज-चमक के साथ तूफानी बारिश होने की संभावना है, लेकिन आज ज्यादा बारिश की संभावना नहीं है।

 

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आज की मौसम रिपोर्ट

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 25 जून के लिए देश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। उत्तर-पश्चिम भारत में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है।

 

पूर्वोत्तर भारत में असम, मेघालय, नागालैंड और मणिपुर में मूसलाधार बारिश का अनुमान है। बिहार, झारखंड और ओडिशा में भी 25-27 जून के बीच भारी बारिश की चेतावनी है। मध्य भारत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में बारिश का दौर जारी रहेगा। दक्षिण भारत में कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।

 

मौसम विभाग ने तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है, क्योंकि तेज समुद्री लहरें उठ सकती हैं। नदी-नालों के पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।

 

भारी बारिश और बाढ़ ने कई राज्यों में प्रशासन के सामने गंभीर चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। जलभराव, बिजली गिरने, भूस्खलन और बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं।