बीते कुछ दिनों से प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), सरकारी अधिकारियों और देश भर में विभिन्न उड़ानों और ट्रेनों को बम से उड़ाने के कई मामले सामने आए हैं। इन सभी जगहों पर लगभग 100 ईमेल भेजने वाले आरोपी को महाराष्ट्र पुलिस ने नागपुर से गिरफ्तार किया। जांच और पूछताछ के बाद पुलिस ने खुलासा किया है कि आरोपित शख्स 'आतंकवाद-एक तूफानी राक्षस' नाम की बुक पब्लिश कराना चाहता था। आरोपी को नाम जगदीश उइके बताया गया है। 

 

नागपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार

नागपुर के साइबर अपराध उपायुक्त लोहित मतानी के अनुसार, महाराष्ट्र के माओवाद प्रभावित जिले गोंदिया के 35 वर्षीय जगदीश उइके ने आतंकवाद पर एक  किताब लिखी है, जिसका समर्थन मांगने के लिए जनवरी से लेकर अब तक उइके ने पीएमओ और अन्य अधिकारियों को लगभग 100 बार ईमेल किया था। उइके को अपनी किताब के लिए समर्थन नहीं मिला जिससे वह हताश हो गया और उसने झूठे अलर्ट भेजने शुरू कर दिए।

 

किताब कराना चाहता था पब्लिश

पुलिस कमिश्नर रविंदर सिंघल ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि शुरुआती जांच से लग रहा है कि वह अपनी किताब पब्लिश करवाने के लिए पीएमओ और अन्य लोगों को लगातार ईमेल भेज रहा था, लेकिन बाद में वह हताश होकर फर्जी मेल भेजने लगा। पुलिस आयुक्त ने कहा कि संदिग्ध से  पहले भी ऐसे ही मामलों में दो बार पूछताछ की जा चुकी है।

 

अधिकारियों ने उइके के जीमेल अकाउंट के सेंट फोल्डर में 354 ईमेल देखें हैं। भेजे गए मेल में अक्टूबर में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भेजा गया एक हालिया ईमेल शामिल है जिसमें उन्होंने गुप्त आतंकी कोड के बारे में जानकारी होने का झूठा दावा किया था।

 

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी जांच में शामिल

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जांच में शामिल हो गई है, जिसके अधिकारी उइके से पूछताछ करने के लिए नागपुर में मौजूद हैं। डीसीपी श्वेता खेडकर के नेतृत्व में नागपुर पुलिस की स्पेशल ब्रांच की टीम ने गुरुवार को नागपुर रेलवे स्टेशन पर उइके को हिरासत में लिया। वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है और अधिकारियों को उम्मीद है कि उसकी रिमांड अवधि बढ़ाई जाएगी।