पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। अशांति और हिंसा के बीच अब मैतेई समाज के नागिरक संगठनों ने एनडीए (NDA) विधायकों का एक प्रस्ताव ठुकरा दिया है। इस प्रस्ताव में कुकी विद्रोही गुटों के खिलाफ ठोस कदम उठाने का आह्नान किया गया था।
मैतेई समाज के नागरिक संगठनों ने इसे खारिज कर दिया है और सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे डाला है। इसमें मैतेई समाज ने एक दिन के भीतर कुकी उग्रवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
8 सूत्रीय प्रस्ताव पारित करने के लिए बुलाई थी बैठक
दरअसल, सोमवार को राज्य के मुख्यनमंत्री एन. बीरेन सिंह ने एनडीए विधायकों की बैठक बुलाई थी जिसमें 8 सूत्रीय प्रस्ताव पारित किया गया था। हालांकि, मैतेई समुदाय के सबसे बड़े नागरिक संगठन कोकोमी (कॉर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटेग्रिटी) ने खारिज कर दिया।
प्रस्ताव का विरोध क्यों?
इस प्रस्ताव के खिलाफ कोकोमी अब इंफाल की इमा मार्केट पर धरने पर बैठ गया है। संगठन के प्रवक्ता अथौबा खुराईजाम ने दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। अगर सरकार ने मैतेई समाज की मांगों को प्रस्ताव में नहीं जोड़ा और संशोधन नहीं किया तो 24 घंटे के बाद राज्य की सभी सरकारी दफ्तरों पर ताले लगा दिए जाएंगे। बता दें कि मैतेई समुदाय की 3 मांगे है जिसमें से प्रस्ताव में केवल एक ही मांग को ऐड किया गया है। अगर कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सख्त एक्शन नहीं लिया गया तो गुस्से से भरी मैतेई समुदाय भी कड़ी कार्रवाई कर सकता है।
क्या है प्रस्ताव में जिससे नाराज हुआ मैतेई
बीरेन सरकार ने अपने प्रस्ताव में 6 मासूमों को मारने वाले कुकी उग्रवादियों के खिलाफ 7 दिन में व्यापक अभियान शुरू करने की बात कहीं है। इस बीच, जिरीबाम में सीआरपीएफ कर्मियों के साथ मुठभेड़ में मारे गए 10 सशस्त्र आतंकवादियों का अंतिम संस्कार मंगलवार को चुराचांदपुर जिले में कर दिया गया।