मणिपुर में हालात एक बार फिर तनावपूर्ण बन गए हैं। मैतेई समुदाय के नेता की गिरफ्तार के बाद से मणिपुर में हालात फिर बिगड़ गए हैं। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध करते हुए प्रदर्शनकारियों ने रातभर मशाल लेकर जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारियों ने एक सरकारी इमारत को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पें भी हुईं।


पुलिस ने बताया कि इंफाल वेस्ट जिले के क्वाकेथेल और सिंग्जामेई में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और रबर बुलेट दागीं। पुलिस ने बताया कि इंफाल ईस्ट जिले के येरिपोक तुलिहाल में बने सब-डिविजनल कलेक्टर (SDC) ऑफिस को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया।


पुलिस ने बताया कि इसमें शामिल लोगों की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

 

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फिर क्यों भड़क उठा मणिपुर?

मणिपुर में 3 मई 2023 से हिंसा जारी है। मणिपुर थोड़ा शांत हो रहा था लेकिन मैतेई समुदाय के नेताओं की गिरफ्तारी के बाद मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी।


सीबीआई ने शनिवार को मैतेई संगठन आरामबाई टेंगोल के कुछ नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद मणिपुर में जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने कई इलाकों में आगजनी भी की। इस दौरान उनकी सुरक्षाबलों के साथ झड़पें भी हुईं। हालात काबू में रखने के लिए मणिपुर में कई जगहों पर इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है।

 


पुलिस ने बताया कि रविवार रात जगह-जगह प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। सुरक्षाबलों की आवाजाही रोकने के मकसद से प्रदर्शनकारियों ने इंफाल वेस्ट के सेकमाई और कोइंरेंगेई इलाकों में मिट्टी के ढेर लगा दिए हैं। पुलिस ने बताया कि इंफाल ईस्ट जिले में वेंगखेई, येरीपोक और खुरई में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों के बीच में टायर जला दिए। सोमवार सुबह तक भी इंफाल के कई इलाकों में जलते टायर और इनसे धुआं निकलता दिख रहा है।

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प्रदर्शनकारियों में भी महिलाएं शामिल

आरामबाई टेंगोल के नेता कनन सिंह समेत 4 की गिरफ्तारी के खिलाफ मणिपुर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पुलिस ने बताया कि हालात तनावपूर्ण बने हए हैं और प्रदर्शनकारियों ने बांस के लठ से कई सड़कों को ब्लॉक कर दिया है। हालांकि, इंफाल एयरपोर्ट की ओर जाने वाली सड़क को साफ करा दिया गया है।

 


पुलिस ने बताया कि इन विरोध प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हो रहीं हैं। उन्होंने खुरई में रात को मशाल जुलूस निकाला और मणिपुर में नई सरकार के गठन की मांग की।

हाईवे ब्लॉक, खाने-पीने का सामान हुआ महंगा

मणिपुर में ताजा प्रदर्शन के बाद महंगाई भी बढ़ने लगी है। सड़कें और हाईवे ब्लॉक होने से खाने-पीने का सामान महंगा हो गया है। एक स्थानीय व्यक्ति ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, 'सभी चीजों के दाम बढ़ गए हैं, क्योंकि यह सब मिजोरम से आता है। अब पहले जैसा नहीं रहा, सबकुछ महंगा हो गया है।'


इंफाल से चुराचांदपुर तक सीधा रास्ता दुर्गम होने के कारण, माल से लदे ट्रकों को मिजोरम से होकर भेजा जा रहा है। इससे ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ गई है। इस कारण न सिर्फ महंगाई बढ़ गई है, बल्कि दवाओं और जरूरी चीजों की कमी भी हो गई है।


लामका कंज्यूमर्स क्लब के सचिव लेटमिनलाल ने बताया, 'यह कीमतें दुकानदारों या कारोबारियों की तरफ से नहीं बढ़ाई गई हैं। बल्कि ज्यादा ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ने से कीमतें बढ़ी हैं। कुछ सामान इंफाल के रास्ते आता है लेकिन कड़ी सुरक्षा के कारण ज्यादातर कारोबारी उस रास्ते का इस्तेमाल करने से डरते हैं।'

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3 मई 2023 से हिंसा में जल रहा है मणिपुर

मणिपुर 3 मई 2023 से हिंसा की आग में जल रहा है। चुराचांदपुर में मैतेई समुदाय की आरक्षण की मांग के खिलाफ कुकी समुदाय ने एक रैली निकाली थी। इसी रैली में हिंसा भड़क गई थी और तब से मणिपुर में जातीय हिंसा जारी है।


मई 2023 से अब तक इस हिंसा में 260 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि हजारों की संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद इस साल 13 फरवरी को यहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था।