मणिपुर में फ्री मूवमेंट के पहले दिन कुकी समुदाय के लोगों और सुरक्षाबलों के बीच भिडंत होने के बाद 25 लोग घायल हो गए और एक की मौत हो गई। साल 2023 से जब से इसकी  शुरुआत हुई है तब से करीब 250 लोगों की मौत हो चुकी है।

 

कुकी-जो काउंसिल ने सभी कुकी-जो इलाकों में अनिश्चितकालीन शटडाउन की घोषणा की है। इसे शनिवार को मध्यरात्रि से शुरू किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने बफर जोन से होकर मैतेई लोगों के आने जाने को लेकर चेतावनी जारी की है।

 

खबरों के मुताबिक कुकी समुदाय के लोग इस मुक्त आवाजाही यानी कि फ्री मूवमेंट का विरोध कर रहे थे और सड़क को ब्लॉक कर रखा था। जब सुरक्षाकर्मियों ने ब्लॉकेड को खुलवाने की कोशिश की तो झड़प शुरू हो गई। इसके बाद भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।

 

फिर स्थिति और ज्यादा खराब तब हो गई जब प्रदर्शनकारियों ने एक निजी वाहन को आग के हवाले कर दिया और इंफाल से सेनापति जा रही राज्य ट्रांसपोर्ट की बस को रोकने की कोशिश की।

 

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बस पर किया पथराव

जैसे ही दो जिलों के बीच बस सर्विस शुरू हुई वैसे ही भीड़ ने गंगीफाई एरिया में एक बस पर पथराव शुरू कर दिया। इसकी प्रतिक्रिया में सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े और भीड़ को हटाने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा।

 

अधिकारियों के मुताबिक 114 हथियारों को बरामद किया गया है और राज्य में प्रतिबंधित संगठनों से 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है ताकि राज्य में स्थिति को कंट्रोल में लाया जा सके।

 

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गृह मंत्री ने दिया था निर्देश 

फ्री मूवमेंट केंद्रीय गृह मंत्री के उस निर्देश के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि 8 मार्च से राज्य में मुक्त आवाजाही शुरू की जाए और इसमें रुकावट डालने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा गया था।

 

सुबह के 10 बजे इंफाल एयरपोर्ट से चूराचांदपुर और सेनापति जिलों के लिए सेंट्रल फोर्सेज के साथ बसें चलाई गईं। इसमें सेना के जवान भी शामिल थे। चूराचांदपुर जाने वाली बस बिना किसी समस्या के बिष्णुपुर होते हुए कांगवाई तक पहुंच गई।