प्रयागराज में 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक, 45 दिनों का महाकुंभ आयोजित हो रहा है। महाकुंभ में करोड़ों लोग आते हैं। भारतीय प्रवासियों से लेकर देश-दुनिया में रहने वाले लोग यहां बड़ी संख्या में आते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में कहा है कि महाकुंभ, एकता का महाकुंभ है।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात का 117वां एपिसोड शेयर किया है। उन्होंने कहा है कि लोग धार्मिक समागम में नफरत और विभाजन की लकीर मिटाकर, नए संकल्प के साथ लौटें। महाकुंभ का संदेश एक हो पूरा देश। महाकुंभ की विशेषता न केवल इसकी विशालता बल्कि इसकी विविधता में भी है।

'कुंभ में नहीं दिखता है भेदभाव'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आयोजन में करोड़ों लोग एकजुट होते हैं। यहां हजारों परंपराएं सैकड़ों संप्रदाय, अनेकों अखाड़े, हर कोई इस आयोजन का हिस्सा बनते हैं। कहीं कोई भेदभाव नहीं दिखता। कोई बड़ा नहीं होता, कोई छोटा नहीं होता।'

कुंभ मेले की तैयारियां क्या हैं?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'अनेकता में एकता का ऐसा दृश्य, विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलता है। इसलिए ये हमारा कुंभ एकता का महाकुंभ भी होता है। इस बार का महाकुंभ भी एकता के महाकुंभ के मंत्र को सशक्त करेगा। जब हम इसमें शामिल हों तो एकता के मंत्र को साथ लेकर वापस आएं।' 

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कुंभ आयोजन में पहली बार एआई चैटबॉट का इस्तेमाल किया जाएगा। AI चैटबॉट के जरिए कुंभ से जुड़ी सभी तरह की जानकारी 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी। इस चैटबॉट से संदेश भेजकर कोई भी कैसी भी मदद मांग सकता है। पूरे मेला क्षेत्र को एआई संचालित कैमरों से कवर किया जा रहा है।'
 
साधु संतों तक कैसे पहुंचेंगे श्रद्धालु?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'डिजिटल नेविगेशन की मदद से लोग महाकुंभ 2025 में अलग-अलग घाटों, मंदिरों और साधुओं के अखाड़ों तक पहुंच सकेंगे। यही नेविगेशन सिस्टम पार्किंग स्थलों तक पहुंचने में भी मदद करेगा।'

कुंभ में कितने लोग आएंगे?
कुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा लोग आ सकते हैं। 45 दिनों के भीतर ही दुनिया कुंभ में उमड़ती है। केंद्र सरकार ने बताया है कि 92 से ज्यादा सड़कों की मरम्मत कराई गई है। 17 सड़कों का सौंदर्यीकरण किया गया है। 30 से ज्यादा पीपा पुल बनाए गए है। 800 से ज्यादा साइनेज लगाए जा रहे हैं। मेला क्षेत्रमें करीब 2,69,000 प्लेटें बिछाई गई हैं। 

AI से फायर बिग्रेड तक, ये हैं तैयारियां 
कुंभ मेले में 340 से ज्यादा विशेषज्ञों के साथ AI की मदद से भीड़ पर नजर रखी जाएगी। हवाई निगरानी के लिए हजारों CCTV कैमरे और ड्रोन बिछाए गए हैं। 

35 मीटर, 30 मीटर और आर्टिकुलेंटिंग वाटर टावर्स बनाए गए हैं। 131 से ज्यादा करोड़ बजट आवंटित किए गए हैं। अंडर वाटर ड्रोन इस्तेमाल हो रहे हैं। 56 साइबर एक्सपर्ट की एक टीम ऑनलाइन खतरों से लोगों को आगाह कर रही है।