विदेश मंत्रालय ने गुरुवार शाम विशेष ब्रीफिंग के माध्यम से ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दुनिया के सामने रखी। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान की आक्रामकता का जवाब दिया जा रहा है। उन्होंने भारत के फाइटर जेट मार गिराने के पाकिस्तानी दावे की भी पोल खोल दी और कहा कि पाकिस्तान अपने जन्म से ही झूठ बोल रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकियों के जनाजे की एक तस्वीर भी विदेश सचिव ने दिखाई। उन्होंने कहा कि आतंकियों को राजकीय सम्मान देना पाकिस्तान में एक प्रथा बन चुकी है।
प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने दुनिया को बताया कि 7 और 8 मई की रात पाकिस्तान और भारत में क्या-क्या हुआ? पाकिस्तानी आर्मी की उकसावे वाली हरकत का भारत ने कैसे जवाब दिया। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि भारत की कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-उत्तेजक थी। विशेष रूप से स्पष्ट किया गया था भारत ने पाकिस्तान के किसी सैन्य ठिकाने को लक्ष्य नहीं बनाया। यह भी दोहराया गया था कि अगर भारत के किसी भी सैन्य ठिकाने पर हमला किया गया तो उचित जवाब दिया जाएगा।
इन स्थानों पर हमले की कोशिश
कर्नल कुरैशी ने बताया कि 7-8 की रात पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों जैसे अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलौदी, उत्तरलाई और भुज पर हमले की कोशिश की। मगर इन्हें एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम ने निष्प्रभावी कर दिया। इन हमलों के मलबे अब कई स्थानों से बरामद किए जा रहे हैं, जो पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करते हैं।
लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम तबाह
कर्नल कुरैशी ने आगे जानकारी दी कि आज सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया। भारत की प्रतिक्रिया पाकिस्तान के समान ही तीव्रता के साथ उसी क्षेत्र में रही है। लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया गया है।
गोला-बारी का जवाब दे रही सेना
व्योमिका ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर तोपखाने का इस्तेमाल करके अकारण गोलीबारी बढ़ा दी है। पाकिस्तानी गोलीबारी में 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई है। इसमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। भारत ने भी पाकिस्तान के मोर्टार और आर्टिलरी का जवाब दिया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि जब UNSC में पहलगाम के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली थी, तब पाकिस्तान ने टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) का नाम शामिल करने पर विरोध जताया। ऐसा तब हुआ जब टीआरएफ ने एक बार नहीं, बल्कि दो बार हमले की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर सिंह ने कल और आज भी साफ तौर पर कहा कि भारत की प्रतिक्रिया गैर-उकसावे वाली, सटीक और नपी-तुली थी। हमारा इरादा मामले को बढ़ाने का नहीं है। भारत ने किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया है। सिर्फ आतंकवादी ढांचे को तबाह किया गया है।
पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने आगे कहा कि वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में पाकिस्तान कुख्यात है। मुझे यह याद दिलाने की आवश्यकता नहीं है। ओसामा बिन लादेन कहां मिला था, उसे किसने शहीद कहा था? पाकिस्तान बड़ी संख्या में संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों और कई देशों द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों का ठिकाना है। पिछले कुछ दिनों में देखा होगा कि उनके रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री ने ऐसे आतंकवादी समूहों के साथ पाकिस्तान की संलिप्तता को स्वीकार किया है।
आतंकियों को राजकीय सम्मान देना पाकिस्तान में प्रथा
विदेश सचिव ने इस बात पर हैरानी जताई कि पाकिस्तान के झंडे के साथ लोगों का अंतिम संस्कार किया जा रहा। उन्होंने कहा कि यह बहुत अजीब है कि नागरिकों के अंतिम संस्कार उनके राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे ताबूतों में किया जा रहा है। उन्हें राजकीय सम्मान दिया जा रहा है। भारत ने जिन ठिकानों को तबाह किया है... उनमें आतंकी थे। आतंकवादियों को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार देना, शायद पाकिस्तान में एक प्रथा है।
जन्म से झूठ बोल रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान की सरकार और वहां की मीडिया ने दावा किया कि भारत के पांच विमानों को मार गिराया है। इस पर पहली बार विदेश सचिव ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है। यह एक ऐसा देश है, जिसने जन्म के साथ ही झूठ बोलना शुरू कर दिया था। 1947 में जब पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर पर दावा किया तो उन्होंने किसी अनजान व्यक्ति से नहीं, बल्कि संयुक्त राष्ट्र से झूठ बोला कि हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है। झूठ की यह यात्रा 75 साल पहले शुरू हुई थी। विदेश सचिव ने स्पष्ट रूप से कहा कि पाकिस्तान की आक्रामकता का जवाब दिया जा रहा है। अगर उसने कोई कार्रवाई की तो उचित तरीके से जवाब दिया जाएगा।
सिख समुदाय को निशाना बना रहा पाकिस्तान
विदेश सचिव ने यह भी बताया कि कल यानी बुधवार को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सिख समुदाय पर टारगेट हमला किया। पुंछ में एक गुरुद्वारे पर हमला किया और सिख समुदाय के लोगों को निशाना बनाया। हमले में तीन व्यक्ति मारे गए। पुंछ में कुल 16 नागरिक मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं।