वक्फ बिल की समीक्षा कर रही जेपीसी की आज बैठक होगी।इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के मीरवाइज उमर फारुक भी मौजूद रहेंगे। उन्हें इस बैठक में अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया है। सूत्रों के अनुसार, उमर फारूक ने जेपीसी के सामने अपना पक्ष रखने का आग्रह किया था। इसी को देखते हुए आज की बैठक में फारूक एक प्रतिनिधिमंडल के साथ इसपर अपना पक्ष रखेंगे। 

 

जेपीसी की बैठक में उमर फारूक क्यों?

सवाल है कि उमर फारूक को इस बैठक में बुलाने के पीछे मकसद क्या है? क्या कोई राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की जा रही है? हालांकि, जेपीसी ने समाज के अलग-अलग वर्गों से वक्फ बिल को लेकर चर्चा करने की कोशिश की है। ऐसे में अलगाववादी नेता उमर फारूक को बुनाना ये संदेश जाहिर करता है कि कमेटी हर तरह के पक्ष सुनने को तैयार है। बता दें कि बैठक की अध्यक्षता भारतीय जनता पार्टी के नेता और डुमरियागंज से सांसद जगदंबिका पाल ने की हैं।  कमेटी हर तरह के पक्ष सुनने के बाद ही अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। हालांकि, वक्फ बिल के प्रावधानों को लेकर उमर फारूक पहले से ही विरोध करते रहे हैं। 

 

34 जेपीसी की बैठक 

बता दें कि अब तक जेपीसी की 34 बैठक हो चुकी हैं।  27 जनवरी से कमेटी बिल को लेकर अपनी रिपोर्ट के मसौदे पर चर्चा शुरू करेगी। माना जा रहा है कि फरवरी से पहले हफ्ते में ही जेपीसी अपनी रिपोर्ट संसद में पेश कर देगी। आज की बैठक सुबह 11 बजे होगी जो हंगामेदार होने की संभावना है।

 

हर पहलू पर होगी चर्चा

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार एनडीए की सरकार बनने के बाद संसद में वक्फ संशोधन विधेयक को पेश किया गया। विपक्ष की मांग के बाद इस बिल को जेपीसी के पास चर्चा के लिए भेजा गया। आज की होने वाली जेपीसी बैठक में पक्ष और विपक्ष सांसद मौजूद रहेंगे और हर पहलू पर खुलकर चर्चा करेंगे। इसके बाद एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी जो सदन में इस बिल को पास करने या न करने पर फैसला लिया जाएगा।