हिंसक राज्य मणिपुर में बीते एक साल से कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। यहां तीन बच्चों की मां को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। उग्रवादियों ने महिला को जिंदा जलाने से पहले बहुत टॉर्चर भी किया था। महिला के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को लेकर डॉक्टरों ने हैरान कर देने वाले खुलासे किए है।
मारने से पहले किया था महिला को टॉर्चर
उग्रवादियों ने महिला के साथ बर्बरता की सारी हदें पार कर दी थीं। रिपोर्ट में बताया गया है कि जब महिला जीवित थी तो उसके शरीर को कीलों से गोदा गया था। यहीं नहीं उसे थर्ड डिग्री यातना दी गई थी। पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर कई तरह का टॉर्चर देने के बाद उसे जिंदा जला दिया गया। महिला का शरीर 99 प्रतिशत जल चुका था।
कौन थी महिला?
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, मणिपुर के जिरीबाम में 31 वर्षीय महिला 3 बच्चों की मां थी और जैरवन गांव की रहने वाली थी। वह आदिवासी समुदाय की थी। हथियारबंद घुसपैठियों ने उसके गांव के घर को जला दिया था और महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी हुआ। महिला के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह घटना की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सिलचर मेडिकल कॉलेज में महिला का पोस्टमॉर्टम किया गया, लेकिन शरीर 99 प्रतिशत जल जाने के कारण डॉक्टर यह नहीं समझ पा रहे है कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म हुआ था या नहीं। हालांकि, परिजनों और गांव के लोगों ने दावा किया है कि पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था।
क्या है पति का कहना?
जिरीबाम में दर्ज FIR में पीड़िता के पति ने बताया कि हथियारबंद घुसपैठियों ने पत्नी की हत्या करने से पहले उसके साथ गंदा काम किया था। उस रात जैरावन में 17 घरों में लूटपाट हुई थी। माना जा रहा है कि अपराधी घाटी आधारित संगठन के सदस्य हो सकते है।
महिला के शरीर में ठोके गए थे लोहे की कील
पीड़िता का शरीर 99 प्रतिशत जल जाने के कारण डॉक्टर को लग रहा था कि वह एक राख का पोस्टमॉर्टम कर रहे है। महिला की हड्डियां तक जल चुकी थी। शव परीक्षण रिपोर्ट में पीड़िता के दाहिने जांघ के पिछले हिस्से में घाव पाया गया और बांये जांघ के बीच के हिस्से में लोहे की कील घुसी हुई थी। डॉक्टर ने बताया कि महिला के दाहिना ऊपरी अंग, नीचले अंगों का हिस्सा और चेहरा पूरी तरह से गायब हो चुका था।
शरीर राख होने से नहीं मिला सीमन
पोस्टमॉर्टम कर रहे डॉक्टर ने बताया कि महिला का शरीर राख हो जाने के कारण पीड़िता के प्राइवेट पार्ट से सीमन लेने की संभावना खत्म हो चुकी थी। कुकी-जो संगठनों ने महिला की हत्या की निंदा की है। पिछले साल मई के बाद से राज्य हिंसा के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। महिला को लेकर ये पहली घटना नहीं है, इससे पहले महिलाओं को नंगा करके घुमाने का वीडियो से भी बवाल मच गया था।