आप अक्सर भारत के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट देखते होंगे और देखकर थोड़ा सोचते होंगे और फिर देखकर अपने काम-धंधे में मशगूल हो जाते होंगे। लेकिन क्या आपने भारत ही नहीं दुनिया के सबसे अमीर भिखारी के बारे में सुना है। अगर नहीं सुना है तो आइए आज हम बताते हैं कि दुनिया का सबसे अमीर भिखारी भारत में ही रहता है।
मुंबई की सड़कों पर घूम-घूमकर भीख मांगने वाले भरत जैन के पास इतना पैसा है कि एक मिडिल क्लास का व्यक्ति अपने जीवन में उतरा पैसा और प्रॉपर्टी नहीं बना पाता। यही नहीं भरत जैन के पास इतनी संपत्ति है कि वह कई प्रोफेशनल नौकरियों से ज्यादा कमाते हैं।
भरत जैन मुंबई की चहल-पहल भरी सड़कों के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और आजाद मैदान के बीच भीख मांगते हैं। भीख मांगते- मांगते भरत ने अकूत दौलत चुपचाप जमा कर ली है।
जैन के पास 7.5 करोड़ रुपये की संपत्ति
एक अंग्रेजी वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, भरत जैन के पास 7.5 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसमें कई मकान और अन्य संपत्तियां शामिल हैं। भरत जैन एक बेहद ही गरीब परिवार में जन्में, उनका परिवार आर्थिक रूप से संघर्ष करता था। उनके पास खाने के लिए और सिर पर छत का इंतजाम करने के लिए भी मुश्किल से पैसे होते थे। भरत कभी पढ़ाई नहीं की है, लेकिन उन्होंने भीख मांगकर अपनी किस्मत बदली।
40 सालों से मांग रहे हैं भीख
भरत जौन पिछले 40 सालों से भीख मांगने के पेशे में हैं। 40 सालों से उनकी कमाई का स्रोत भीख मांगना है। रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी एक दिन की औसत कमाई 2,000 रुपये से लेकर 2,500 रुपये तक होती है। भरत बिना रूके दिन में 10 से 12 घंटे भीख मांगते हैं। इस तरह से वह हर महीने 60,000 से 75,000 रुपये तक की कमाई करते हैं।
मुंबई में जैन के दो फ्लैट
भीख मांगने के अलावा भरत ने कई अच्छे वित्तीय फैसले लिए हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और बेहतर हुई है। जैन के पास मुंबई में 1.4 करोड़ रुपये की कीमत के दो फ्लैट हैं, जहाँ वे अपनी पत्नी, दो बेटों, पिता और भाई के साथ रहते हैं। उनके पास ठाणे में दो दुकानें भी हैं, जिनसे उन्हें हर महीने 30,000 रुपये का किराया मिलता है। इन निवेशों की वजह से वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर पाते हैं और अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बना पाते हैं।
भीख मांगना अच्छा लगता
भरत के दो बेटे हैं। उनके दोनों बेटों ने मुंबई के एक फेमस कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई की है और अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके हैं। दोनों अब अपने पारिवारिक बिजनेस को आगे बढ़ा रहे हैं। जैन परिवार एक स्टेशनरी की दुकान चलाता है, जिससे उनकी आय में और शानदार बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, परिवार की वित्तीय स्थिरता के बाद जैन का परिवार हमेशा भीख मांगना जारी रखने के उनके फैसले को स्वीकार नहीं करता। लेकिन भरत अपने फैसले पर कायम हैं और उनका कहना है कि उन्हें भीख मांगना अच्छा लगता है और इसे छोड़ना नहीं चाहते।