भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को युद्धविराम की घोषणा कर दी है। भारत के विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके युद्धविराम की घोषणा की। वहीं, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भी एक्स पर ट्वीट करके कहा कि पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमति जताई है। युद्धविराम की घोषणा दोनों देशों ने DGMO स्तर के अधिकारियों की हुई बातचीत के बाद हुई है।  

 

सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सीजफायर होने की घोषणा की थी। मगर, इस बीच भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम के बाद विपक्ष की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है, जिसमें देश के राजनीतिक दलों को विश्वास में लेने की बात कही गई है। 

 

संसद का विशेष सत्र तत्काल बुलाया जाए- कांग्रेस

 

कांग्रेस महासचिव और सांसद जयराम रमेश ने कहा, 'संसद का एक विशेष सत्र तत्काल बुलाया जाए, जिसमें पिछले अठारह दिनों की घटनाओं- विशेषकर पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले से लेकर अब तक की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की जाए और आगे की दिशा तय की जाए, ताकि देश एकजुट होकर सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन कर सके।' कांग्रेस सांसद ने कहा कि अमेरिका से आई अभूतपूर्व घोषणाओं के बाद अब यह मांगे राष्ट्रीय आवश्यकता बन गई है।

 

 

आरजेडी की क्या है मांग?

 

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक्स पर ट्वीट करके कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह है कि संसद का विशेष सत्र बुलाकर पहलगाम की आतंकी घटना से लेकर सीजफायर तक तिथिवार और बिंदुवार जानकारी देते हुए देश को भरोसे में लें ताकि समस्त भारतवासी संसद के माध्यम से एक स्वर एक ध्वनि में भारतीय सेना के शौर्य, वीरता और पराक्रम को धन्यवाद देते हुए विभिन्न पहलुओं पर विचार रखें और आतंक की प्रयोगशाला चलाने वाले देश 'आंतकिस्तान' को समस्त भारत वर्ष से एक साझा संदेश जाए।'

 

वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने युद्धविराम होने के बाद स्वागत करके हुए एक्स पर लिखा, 'शांति सर्वोपरि है और सम्प्रभुता भी!'