लंदन में शुक्रवार को भारतीय समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान पाकिस्तान सेना के एक सीनियर अधिकारी ने भारतीयों की ओर गला काट देने का इशारा किया। अधिकारी का नाम कर्नल तैमूर राहत है। वह पाकिस्तानी दूतावास में सलाहकार हैं। 

प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्तियां भी नजर आईं, जिन पर पाकिस्तान विरोधी नारे लिखे गए। पाकिस्तान के खिलाफ दुनिया के अलग-अलग देशों में ऐसे ही विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। नेपाल और ऑस्ट्रेलिया के दूतावासों से भी ऐसी ही खबरें सामने आई हैं। 

पाकिस्तानी कर्नल ने किया इशारा- गला काट देंगे
कर्नल तैमूर राहत ने इशारा किया कि वे प्रदर्शन कर रहे हिंदुस्तानियों का गला काट देंगे। सोशल मीडिया पर उनके इशारे का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। दूतावास के बाहर करीब 500 से ज्यादा प्रदर्शनकारी उमड़े थे। वे पहलगाम के लिए इंसाफ की मांग कर रहे थे। 

यह भी पढ़ें: 'करगिल, उरी, पुलवामा, पहलगाम,' अंतराष्ट्रीय जांच की कवायद बेअसर क्यों?

लंदन स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर प्रदर्शन
लगभग 500 ब्रिटिश हिंदुओं ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसमें वे भारतीय झंडे, बैनर और तख्तियां लेकर शामिल हुए। उन्होंने हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के लिए दुख जताया और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की। प्रदर्शनकारी आतंकवाद के खिलाफ नारे लगा रहे थे और पाकिस्तान पर आतंकी समूहों को समर्थन देने और उन्हें पनाह देने का आरोप लगाया।

पाकिस्तानी दूतावास के बाहर बजे गाने 
भारतीय समुदाय के आयोजकों का कहना है कि लंदन में प्रदर्शन के दौरान उन्होंने तेज संगीत बजाए, असंवेदनशीलता दिखाई। आयोजकों ने कहा कि यह शर्मनाक और अपमानजनकल था। यह पीड़ितों के प्रति असंवेदनशीलता दिखाई है। प्रदर्शनकारी आतंकवाद के खिलाफ न्याय और जवाबदेही की मांग कर रहे थे।

यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर की कमजोर कड़ियां, जहां से घुसपैठ करते हैं आतंकी

 

प्रदर्शनकारियों ने क्या कहा?
प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। कुछ प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह इस्लामी कट्टरवाद है, जिससे इजरायल और भारत दोनों परेशान हैं। पहलगाम में हुए हमले की तुलना एक इजरायली प्रदर्शनकारी ने हमास के हमले से की। 

अब तक भारत ने क्या किया है?
भारत ने अटारी चेकपोस्ट बंद कर दिया है। पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा छूट योजना रद्द हो गई है। 1960 के सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है।