बिहार में सोलर दीदी इन दिनों सुर्खियों में हैं। सोलर दीदी की मदद से छोटी जोत वाले किसानों को बड़ी राहत मिल रही है। मुजफ्फरपुर में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल से सिंचाई करने वाली सोलर दीदी देवकी देवी सुर्खियों में रहती हैं। आज एक बार फिर उनका नाम चर्चा में है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में उनका जिक्र किया है। 

 

प्रधानमंत्री ने कहा, 'साथियो बिहार की देवकी जी ने सोलर पंप से गांव की किस्मत बदल दी है। मुजफ्फरपुर के रतनपुरा गांव की रहने वाली देवकी जी को लोग अब प्यार से सोलर दीदी कहते हैं।' पीएम ने उनके जीवन के संघर्षों का जिक्र भी किया और कहा कि उनका जीवन आसान नहीं था। कम उम्र में शादी हो गई, छोटा सा खेत, चार बच्चों की जिम्मेदारी और भविष्य की कोई साफ तस्वीर नहीं लेकिन उनका हौंसला कभी नहीं टूटा। वह एक सेल्फ-हेल्प ग्रुप से जुड़ी और वहीं उन्हें सोलर पंप के बारे में जानकारी मिली।

कौन हैं सोलर दीदी?

जिन देवकी देवी का जिक्र प्रधानमंत्री ने किया है वह बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की रहने वाली हैं। इस योजना से जुड़ने से पहले उनके परिवार का मुश्किल से गुजारा होता था लेकिन अब वह महीने के 20 से 30 हजार रुपये आसानी से कमा लेती हैं। आज तक की एक रिपोर्ट के अनुसार, देवकी देवी ने कहा कि जब वह एक सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी तो उन्हें सोलर पंप को लेकर चल रही इस योजना के बारे में जानकारी मिली। अब वह आसपास के किसानों के पच्चीस एकड़ खेत में सिंचाई करती हैं। उनका पंपिंग सेट हर दिन 100 रुपये प्रति घंटे की दर से आठ से नौ घंटा चलता है। इस तरह वह दिन के 800-900 रुपये कमा लेती है। 

किसानों को हुआ फायदा?

सोलर दीदी के प्रयासों से आसपास के लोगों को फायदा हुआ है। किसान पहले पानी की कमी के कारण खेती नहीं करते थे लेकिन अब गर्मी के मौसम में भी वह फसल उगाते हैं। किसानों का कहना है कि पर्याप्त मात्रा में पानी मिलने के कारण अब वह अपने खेतों में सब्जी उगाते हैं, जिससे उनकी आमदनी भी बढ़ रही है। पहले किसानों को 200 रुपये में सिंचाई की सुविधा मिलती थी लेकिन अब उन्हें सिर्फ 100 रुपये में ही यह सुविधा मिल रही है। 

पीएम ने क्या बोला?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवकी देवी की तारीफ करते हुए कहा, 'उन्होंने सोलर पंप के लिए प्रयास शुरु किए और उसमें सफल भी रही। सोलर दीदी के सोलर पंप ने इसके बाद जैसे गांव की तस्वीर ही बदल दी। जहां पहले कुछ एकड़ में जमीन की सिंचाई हो पाती थी, अब सोलर दीदी के सोलर पंप से 40 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में पानी पहुंच रहा है।' पीएम ने बताया कि सोलर दीदी के इस अभियान में गांव के दूसरे किसान भी जुड़ गए हैं। 

 

पीएम ने इस योजना से नारी शक्ति को मिल रहे प्रोत्साहन की बात करते हुए कहा, 'साथियो देवरी जी की जिंदगी चारदीवारी के भीतर सिमटी हुई थी लेकिन आज वह पूरे आत्मसम्मान के साथ अपना काम कर रही हैं। सोलर दीदी बनकर पैसे कमा रहीं हैं और सबसे बड़ी बात कि वह क्षेत्र के किसानों से यूपीआई के जरिए पेमेंट लेती हैं।' पीएम ने बताया कि सौर-ऊर्जा सिर्फ बिजली का साधन नहीं है बल्कि यह गांव-गांव में नई रोशनी लाने वाली एक नई शक्ति भी है।

क्या है यह योजना?

बता दें कि इस योजना की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी 2.0 के अंतिम बजट (जो अंतरिम बजट था) में की थी। इस योजना में ब्याज मुक्त लोन का प्रावधान किया गया है। साथ ही सरकार ने 100 यूनिट फ्री बिजली देने का भी वादा किया था। सरकार की योजना थी कि इस योजना से महिलाओं को कम से कम 2,000 रुपये की मासिक आय हो। इस योजना से ग्रीन एनर्जी की तरफ भारत ने अहम कदम बढ़ाया है।