प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर दूसरे अमृत स्नान से पहले भगदड़ मच गई। इसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है। भगदड़ संगम स्थली पर मची। बताया जा रहा है कि इस भगदड़ के बाद सभी 13 अखाड़ों ने आज होने वाले अमृत स्नान को रद्द कर दिया है।
कैसे मची भगदड़?
महाकुंभ की स्पेशल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर आकांक्षा राणा ने बताया, 'संगम घाट के रूट पर बैरिकेड टूटने की वजह से भगदड़ मच गई। इसमें कई लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।'
जानकारी के मुताबिक, ये हादसा संगम नोज पर 11 से 17 नंबर के पोल के बीच हुआ। लगातार एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल लाया जा रहा है। महाकुंभ परिसर के सेक्टर 2 में बने अस्पताल में घायलों का इलाज किया जा रहा है।
लोगों ने क्या बताया?
महाकुंभ पहुंची एक महिला ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया, 'एकदम से भगदड़ मची है। आने-जाने का रास्ता नहीं मिल पाया।'
अपनी मां के साथ कुंभ पहुंचे छतरपुर के युवक ने बताया, 'वहां न तो कोई पुलिस नहीं थी। कोई मदद के लिए नहीं आया। कम से कम 30-40 लोग घायल हुए हैं। मेरी मां का भी कोई पता नहीं है कि वो जीवित है कि नहीं।'
कर्नाटक से आईं सरोजिनी ने बताया, 'हम दो बसों में 60 लोग आए थे। हमारे समूह में 9 लोग थे। अचानक भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी। हममें से कई लोग गिर गए और भीड़ बेकाबू हो गई। बचने का कोई मौका नहीं था। हर तरफ धक्का-मुक्की हो रही थी।'
अखाड़ा परिषद ने रद्द किया अमृत स्नान
मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान होना था लेकिन भगदड़ के बाद इसे रद्द कर दिया गया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा, 'सुबह जो कुछ भी हुआ है। जब हमें घटना के बारे में सुनने में आया है, उसके बाद हमने जनहित में निर्णय लिया है कि आज का अमृत स्नान नहीं करेंगे।' उन्होंने बताया कि सभी नागा साधु और संत अमृत स्नान के लिए तैयार थे लेकिन अब ये स्नान नहीं होगा।
महाकुंभ में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात
महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद प्रशासन एक्टिव हो गया है। माना जा रहा है कि अमृत स्नान के चलते 1 करोड़ श्रद्धालु आज यहां पहुंचे हैं। श्रद्धालुओं का अमृत स्नान जारी है। इस बीच महाकुंभ परिसर में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
पीएम मोदी ने की सीएम योगी से बात
इस भगदड़ में कई लोगों के घायल होने की खबर है। हालांकि, अभी तक अधिकारियों की तरफ से घायलों की संख्या या मौतों को लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है। परिसर में रेस्क्यू ऑपरेशन भी जारी है और घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और सभी जरूरी उपाय करने को कहा है।
प्रयागराज में जुटी लोगों की भीड़
मौनी अमावस्या पर दूसरा अमृत स्नान हो रहा है। इसके लिए देशभर से लोग प्रयागराज आए हैं। प्रयागराज की सड़कें-गलियां लबालब भरी हुईं हैं। बताया जा रहा है कि 80 लाख से 1 करोड़ के बीच लोग यहां पहुंचे हैं। 13 जनवरी से अब तक 15 करोड़ लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
ऐसी मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने से सारे पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या पर भीड़ को देखते हुए मंगलवार को ही प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की थी और लोगों से सभी दिशानिर्देशों का पालन करने को कहा था। संगम घाट तक पहुंचने के लिए एक अलग लेन बनाई गई थी। एडवाइजरी में लोगों को अपनी लेन में चलने और स्नान के बाद घाट पर न रुकने की सलाह दी गई थी। इसके साथ ही ये भी कहा गया था कि संगम के सभी घाट पवित्र हैं और श्रद्धालुओं को भीड़भाड़ से बचने के लिए पहले घाट पर ही स्नान करने की सलाह दी गई थी।