हाई ब्लड प्रेशर और शुगर 400 पार होने से एक 8 माह की गर्भवती महिला की मौत हो गई। उत्तराखंड के बागेश्वर में गुरुवार की देर रात कोमल बगडवाल को सिर और बदन में तेज दर्द होता है। अस्पताल ले जाने के बजाय उसके परिजन रात भर आध्यात्मिक उपचारकर्ताओं की तलाश करते रहे। शुक्रवार की सुबह कोमल को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां पहुंचने के 30 मिनट बाद ही उसकी मौत हो गई।
अंधविश्वास में था परिवार
पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने अंधविश्वास के कारण उसे पीड़ा में रखा और इलाज कराने में देरी की, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। कोमल का इलाज करने वाले डॉ.राजीव उपाध्याय ने बताया कि पीड़िता का ब्लड शुगर 400 के पार हो गया था। डॉक्टर ने बताया कि महिला का गर्भावस्था के दौरान तीन क्रिटिकल एसेंशियल न्यूबॉर्न केयर (ईएनसी) चेकअप नहीं कराए गए थे। इस लापरवाही और देरी से इलाज के कारण कोमल की मौत हो गई।
दो दिन पहले मां और बच्चे दोनों थे स्वस्थ
कोमल नियमित रूप से सहायक नर्स दाई (एएनएम) उमा अग्री से चेकअप करवाती थी। मौत से दो दिन पहले भी कोमल ने अपना चेकअप करवाया था। उन्होंने बताया कि कोमल का ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल और अल्ट्रासाउंड के नतीजे दो दिन पहले बिल्कुल सामान्य आए थे। पिछली जांच में मां और बच्चे दोनों स्वस्थ थे। यह चौंकाने वाला है कि कैसे हालात इतनी बिगड़ गई।बता दें कि कोमल के पति दीवान बगडवाल बागेश्वर में कपड़ों की दुकान चलाते हैं और उनकी पांच साल की बेटी है।