साउथ के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा 2 को लेकर जबरदस्त क्रेज बना हुआ है। पहले ही दिन थियेटर पर लोगों की भीड़ देखने को मिली। इसी कड़ी में हैदराबाद में हुए फिल्म के प्रीमियर में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। इसमें एक महिला की मौत हो गई जबकि उसका बेटा अस्पताल में भर्ती है।

 

हैदराबाद की रहने वाली रेवती की मौत के बाद उनके पति भास्कर का रो-रो कर बुरा हाल हो रखा है। दरअसल, बुधवार रात 'पुष्पा 2: द रूल' का प्रीमियर हुआ। उस दौरान थियेटर में अचानक भगदड़ मच गई और रेवती की दम घुटने से मौत हो गई। वहीं बेटा श्रीतेज गंभीर रूप से घायल है। जानकर हैरानी होगी लेकिन रेवती ने एक साल पहले अपना लिवर डोनेट किया था। 

पति को डोनेट किया था लिवर

एक मीडिया चैनल के मुताबिक, जिस महिला की मौत हुई उसके पति भास्कर ने बताया कि 2023 में उनकी तबीयत बिगड़ने पर रेवती ने अपने पति को लीवर दान कर जान बचाई थी।उन्होंने कहा कि 'वो मेरे लिए जीती थी लेकिन अब वो नहीं रही।' रिपोर्ट के मुताबिक, पूरा परिवार अल्लू अर्जुन का इतना बड़ा फैन है कि पड़ोसियों ने भी उनका नाम पुष्पा रखा दिया है। 5 दिसंबर यानी बुधवार को रेवती के बेटे श्रीतेज और बेटी सान्वी ने फिल्म देखने की जिद की। परिवार ने शाम में प्लान बनाया, जहां अल्लु अर्जुन खुद भी पहुंचे हुए थे।

थियेटर में अचानक मची भगदड़

इसी बीच थियेटर में अचानक भगदड़ मच गई। भीड़ में रेवती और उनका बेटा फंस गया। वहीं, बेटी रोने लगी तो पिता उसको नाना-नानी के पास छोड़ने चले गए। उन्होंने बताया कि वापस लौटने पर मेरी पत्नी और बेटा नहीं मिल रहे थे। आखिरी बार रेवती से फोन पर बात हुई थी तो उसने कहा था कि वह थिएटर के अंदर हैं। उनका मानना है कि रेवती की मौत बेटे को बचाने की कोशिश में गई। 

 

रेवती के पति भास्कर ने कहा कि मुझे एक वीडियो दिखाया गया जिसमें श्रीतेज को किसी अनजान ने अपनी गोद में बिठाया हुआ था। उसे पुलिस गाड़ी में अस्पताल ले जाया गया। बेहोश होने की वजह से उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, उसके बेटे को गंभीर हाइपॉक्सिया और फेफड़ों में चोट आई है। 

रेवती की मौत के बाद सदमे में बेटी

भास्कर ने बताया कि रेवती की मौत की खबर उन्हें गुरुवार सुबह 2 बजकर 30 मिनट पर मिली। अपने बच्चों के लिए भास्कर को अब मजबूत रहना होगा। एक रिश्तेदार ने बताया कि अपनी मां की मौत की खबर सुनने के बाद सान्वी अभी भी इस सदमे से उबर नहीं पाई है।