रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को श्रीनगर के बदामी बाग कैंट में भारतीय सैनिकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जैसे 'गैर-जिम्मेदार और दुष्ट राष्ट्र' के हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) से पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अपनी निगरानी में लेने का आग्रह किया। राजनाथ सिंह का यह बयान हाल के भारत-पाकिस्तान सैन्य तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद आया, जिसमें भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए थे।
राजनाथ सिंह ने कहा, 'मैं पूरे विश्व से पूछता हूं कि क्या इस तरह के गैर-जिम्मेदार राष्ट्र के पास परमाणु हथियार सुरक्षित हैं? मैं मानता हूं कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को IAEA की निगरानी में रखा जाना चाहिए।'
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'पाकिस्तान कभी नहीं भूल पाएगा'
जवानों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने आगे कहा, 'पहलगाम हमले के बाद हमारे जम्मू-कश्मीर की जनता ने पूरी एकजुटता के साथ और पाकिस्तान और साथ ही साथ आतंकवादियों के प्रति अपने गुस्से का इजहार किया है, मैं जम्मू-कश्मीर की जनता का भी अभिनंदन करता हूं। मेरे साथियो, आपकी उस ऊर्जा को महसूस करने आया हूं, जिसने दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर दिया है। आपने जिस तरह से सीमा के उस पार पाकिस्तानी की चौकियों और बंकरों को ध्वस्त किया, मैं समझता हूं कि दुश्मन उसे कभी भूल नहीं सकता है।'
35-40 वर्षों से भारत आतंकियों का सामना कर रहा
राजनाथ सिंह ने कहा, 'आज मैं यहां रक्षा मंत्री के साथ-साथ एक मैसेंजर के रूप में भी आया हूं। पूरे देश की शुभकामनाएं, उनकी प्रार्थनाएं, और उनकी कृतज्ञता लेकर, मैं आपके बीच आया हूं। एक तरह से आप समझिये कि, मैं एक डाकिया बनकर आपके बीच आया हूं और देशवासियों का संदेशा लाया हूं। संदेश यह है, कि ‘हमें हमारी सेनाओं पर गर्व है। राजनाथ सिह ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत द्वारा चलाई गई, अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई है। 35-40 वर्षों से भारत सरहद पार से चलाये जा रही आतंकवाद का सामना कर रहा है। आज भारत ने पूरी दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ हम किसी भी हद तक जा सकते हैं।'
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अटलजी का किया जिक्र
राजनाथ सिंह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा, 'आपको याद होगा कि लगभग 21 साल पहले अटलजी के सामने इसी पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में डिक्लेरेशन किया था कि अब उनकी धरती से आतंकवाद एक्सपोर्ट नहीं किया जाएगा। मगर पाकिस्तान ने भारत को धोखा दिया और आज भी धोखा दिए जा रहा है। इसका खामियाजा अब उसको भारी कीमत अदा करके भुगतना पड़ रहा है। और यह कीमत लगातार बढ़ने वाली है।'
जहालत की हालत में पाकिस्तान
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान मांगते-मांगते अपनी जहालत से एक ऐसी हालत में आ गया है, कि उसके बारे में यह भी कहा जा सकता है? पाकिस्तान जहां खड़ा होता है, वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू होती है। अभी आपने सुना ही होगा, कि कैसे वह फिर एक बार, IMF के पास कर्ज मांगने गया। वहीं, दूसरी तरफ हमारा देश है, हम, आज उन देशों की श्रेणी में आते हैं, जो IMF को कर्ज देते हैं, ताकि IMF गरीब देशों को कर्ज दे सकें।'
