ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा लगातार अपने विवादित बयानों से कांग्रेस को मुश्किल में डालते जा रहे हैं। पित्रोदा ने दावा किया है कि आईआईटी रांची के छात्रों को वर्चुअली संबोधित करते समय किसी ने कार्यक्रम को हैक कर लिया। इसके बाद आपत्तिजनक सामग्री चला दी।
इस घटना के बाद शिक्षा मंत्रालय ने सैम पित्रोदा के दावों का खंडन किया और कहा है कि रांची में कोई आईआईटी नहीं है।
पित्रोदा ने क्या किया था दावा?
शिक्षा मंत्रालय ने एक्स पोस्ट में लिखा कि यह संज्ञान में आया है कि सैम पित्रोदा ने 22 फरवरी 2025 को अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया था। उन्होंने वीडियो में कहा कि वह आईआईटी रांची में सैकड़ों छात्रों को संबोधित कर रहे थे और किसी ने उसे हैक कर लिया। कुछ आपत्तिजनक सामग्री चलानी शुरू कर दी। इससे कार्यक्रम बाधित हो गया। इस घटना के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने दावे की जांच की।
पित्रोदा का दावा बिल्कुल झूठ- शिक्षा मंत्रालय
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एक्स पोस्ट में कहा, 'यह स्पष्ट किया जाता है कि रांची में कोई आईआईटी नहीं है। इसलिए, उस वीडियो में पित्रोदा द्वारा दिया गया बयान न केवल निराधार है, बल्कि अज्ञानता से भी भरा है। यह बताना सही है कि रांची में एक भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) है। लेकिन IIIT रांची ने यह भी पुष्टि की है कि सैम पित्रोदा को संस्थान द्वारा किसी भी सेमिनार में व्याख्यान देने के लिए नहीं बुलाया गया था। चाहे वह शारीरिक रूप से हो या वर्चुअली।'
मंत्रालय ने कहा है कि पित्रोदा का ऐसा लापरवाही भरा बयान देश के एक बेहद प्रतिष्ठित संस्थान की छवि को खराब करने का प्रयास मालूम होता है।