हाल ही में कुछ नई एयरलाइन कंपनियों को मंजूरी मिली है। सिविल एविएशन मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद ये कंपनियां कुछ ही समय में अपने हवाई जहाज ले आएंगी और आप इनमें सफर भी कर सकेंगे। ऐसी ही एक कंपनी है शंख एयरलाइंस। इस कंपनी को बनाने वाले श्रवण कुमार विश्वकर्मा उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैं और कुछ साल पहले वह टेंपो चलाते रहे हैं। अब श्रवण कुमार ने बताया है कि उनकी कंपनी 2026 के शुरुआती महीनों में ही अपना काम शुरू करने जा रही है। कम से कम तीन फ्लाइट लखनऊ को दिल्ली, मुंबई और अन्य मेट्रो सिटी को कनेक्ट करने के लिए उड़ान भरना शुरू कर देंगी।

 

कानपुर के श्रवण कुमार का कहना है कि पहले फेज में यह कंपनी उत्तर प्रदेश के शहरों को आपस में जोड़ने के लिए भी फ्लाइट चलाएगी। अगले एक-दो महीने में 2 और एयरक्राफ्ट आ जाएंगे तो फ्लाइट की संख्या बढ़ जाएगी। श्रवण कुमार के मुताबिक, 2028-29 तक यह कंपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ाने भरने के लिए भी तैयार हो जाएगी। सिर्फ 35 साल के श्रवण कुमार का कहना है कि उनका मकसद हवाई सफर को लग्जरी के बजाय आम बनाना है।

 

यह भी पढ़ें- चीन से स्टील इंडस्ट्री को बचाने की कोशिश में भारत, 3 साल के लिए लगाया टैरिफ

क्या है श्रवण कुमार की कहानी?

 

अपने सफर के बारे में श्रवण कहते हैं, 'आज से लगभग 4 साल पहले मैंने विचार बनाया कि मुझे एविएशन में जाना है। उसके बारे में पता लगाया कि क्या, कैसे होता है, किस तरह से NOC मिलती है, कैसे हम फ्लाई कर पाएंगे, इसके क्या नियम होते हैं यह सब पता लगाया। DGCA और मंत्रालय में जाकर जानकारी जुटाई और आज चीजें आपके सामने हैं।'

 

 

 

वह आगे कहते हैं, 'स्कूलिंग हमारी बहुत कम रही। दोस्तों और यारों के चलते या यूं कहें कि खुद का भी मन कम लगा। कुछ दिनों तक अपने एक जानने वाले के साथ मैंने टेंपो भी चलाया। अपने कुछ दोस्तों के साथ दो-तीन और कारोबार किए लेकिन वे नहीं चले। 2014 के आसपास हमने सीमेंट का काम शुरू किया, फिर हम TMT में गए और फिर हम माइनिंग में गए। माइनिंग से आज हमारा ट्रांसपोर्ट का काम चला, आज हमारे पास लगभग 450 ट्रक की फ्लीट है। हमने कभी सोचा नहीं था कि हम कुछ ऐसा करेंगे। चीजें बनती चली गईं।'

 

यह भी पढ़ें- AI से फोटो बनाकर राष्ट्रपति से अवॉर्ड ले लिया? IAS नागार्जुन गौड़ा ने दिया जवाब

 

शंख एयरलाइंस के विजन के बारे में वह कहते हैं, 'हमारा विजन है कि जितने मध्यम वर्गीय लोग हैं, जितने ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सकें, उतने जुड़ें। हम टिकट के दाम ज्यादा नहीं रखने के प्लान में हैं। हम चाह रहे हैं कि जो लोग आज तक फ्लाइट में नहीं बैठे हैं, हम उनके लिए इंतजाम करेंगे। हमारी टीम इस पर काम कर रही है कि जो लोग अभी तक फ्लाइट में नहीं बैठे हैं, वे भी आएं और जो लोग फ्लाइट में उड़ रहे हैं, वे भी आएं। हम चाहते हैं कि लोग फ्लाइट को बहुत बड़ी चीज न मानें।'