आंध्र प्रदेश के तिरुपति में बुधवार शाम को मची भगदड़ में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों को रुइया के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कई राज्यों के श्रद्धालु घायल हुए हैं। आंध्र प्रदेश सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। 

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने भी हादसे के बाद लोगों से माफी मांगी है। TTD ने 9 जनवरी को वैकुंठ एकादशी के उत्सव पर दर्शन के लिए टोकन जारी करने के लिए अलग काउंटरों की व्यवस्था की थी, जिसमें चूक होने पर भगदड़ मची। 
 
क्या है भगदड़ की इनसाइड स्टोरी?

तिरुपति के बैरागीपट्टेडा में एमजीएम हाई स्कूल में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए टोकन बांटे जा रहे थे। यह जगह विष्णु निवासम मंदिर के पास में ही है। बुधवार सुबह हजारों श्रद्धालु टोकन लेने के लिए काउंटरों पर जुटने लगे। टिकट हासिल करने के लिए मारा-मारी होने लगी। लोग एक-दूसरे पर पांव रखकर आगे की ओर बढ़ने लगे।

भीड़ बढ़ी तो और असुविधा होने लगी। श्रद्धालु आपस में ही धक्का-मुक्की करने लगे। टोकन बंटने शुरू हुए ही नहीं हुए कि भगदड़ मच गई। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के अध्यक्ष बी आर नायडू का कहना है कि एक महिला को बाहर निकालने के लिए गेट खोला गया। वहां जो श्रद्धालु मौजूद थे, वे धक्का-मुक्की करने लगे और भगदड़ मच गई। भगदड़ में 6 लोगों की मौत हो गई।

सरकार ने क्या कहा है?
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'मैं इस भयावह घटना से दुखी हू्ं। दर्शन टोकन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की वजह से लोगों की जानें गई हैं।' एन चंद्रबाबू नायडु आज (गुरुवार) को तिरुमाला जाएंगे और मृतकों के परिवार से मुलाकात करेंगे। उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी हादसे पर दुख जाहिर किया है। वह चंद्रबाबू नायडू के साथ तिरुपति का दौरा करने वाले हैं।



CMO की हादसे पर है नजर
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा प्रशासन की हादसा पीड़ितों पर नजर है। घायल श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए लागतार काम जारी है। उन्हें बेहतर इलाज दिया जाएगा। राज्य की गृह मंत्री वंगालापुडी अनिता ने तिरुपति जिले के पुलिस अधीक्षक सुब्बारायडू से फोन पर बात भी की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अब महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। 

नेताओं ने क्या कहा?
YSRCP के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने कहा है कि सरकार घायलों को सही इलाज कराए। TTD के पूर्व अध्यक्ष भूमा करुणाकर रेड्डी ने सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि यह प्रशासनिक विफलता है, यह सरकार की गलती है। 

क्यों खास होती है वैकुंठ एकादशी?
वैकुंठ एकदाशी पर 10 दिनों का विशेष आयोजन किया जाता है। इस आयोजन में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। ऐसी पौराणिक मान्यता है कि वैकुंठ एकादशी पर नियम से रहने से मोक्ष मिलता है और पाप खत्म होते हैं। मंदिर में इसी दिन दर्शन करने के लिए टिकट बंट रहे थे। टिकट हासिल करने की जद्दोजहद में ही भगदड़ मची है।