उत्तर प्रदेश के संभल के शाही जामा मस्जिद क्षेत्र में शनिवार सुबह जिला प्रशासन ने अतिक्रमण और बिजली चोरी के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। इस दौरान जिला प्रसाशन ने क्षेत्र में मौजूद 42 साल से बंद पड़ा शिव मंदिर का गेट खुलवाया। इसी दौरान मंदिर के पास एक कुआं भी मिला है। इस मंदिर में बाकायदा हनुमान, शिवलिंग, नंदी और कार्तिकेय की मूर्तियां भी मिली हैं।

बता दें कि यह मंदिर जिस परिसर से मिला है वह संभल की शाही जामा मस्जिद से अलग है। बताया जा रहा है कि यह मंदिर महमूद खां सराय इलाके में एक बंद पड़े मकान में पाया गया, जो साल 1978 के दंगे के दौरान हिंदू परिवार का था। संभल के जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पेंसिया ने भी इलाके में मंदिर मिलने की बात कही है।

जिनका मंदिर उसे सौंपा जाएगा- डीएम

संभल के जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पेंसिया ने कहा, 'जब हम इलाके में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे थे, तो हमें एक मंदिर मिला जिस पर अतिक्रमण किया गया था। हम मंदिर की सफाई कर रहे हैं और प्राचीन कुएं पर एक रैंप बनाया गया था। जब हमने रैंप उठाया, तो हमें एक कुआं मिला। इस इलाके में मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं। मंदिर को उन लोगों को सौंप दिया जाएगा जिनका यह मंदिर है।'

पेंसिया ने मंदिर पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि एएसआई को कार्बन डेटिंग के जरिए पता लगाना चाहिए कि मंदिर कितना प्राचीन है।'

जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी टीम

बता दें कि इससे पहले संभल में ही कोर्ट के आदेश के बाद एक टीम शहर की जामा मस्जिद का सर्वे करने गई थी। दावा किया गया था कि मस्जिद के अंदर मंदिर है।  लेकिन सर्वे टीम पर हमला करने के बाद इलाके में भारी तनाव फैल गया था।