उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षा अब सिंगल शिफ्ट में ही होगी। प्रयागराज में आयोग के बाहर हजारों छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग मान ली गई है। UPPSC आयोग के सचिव अशोक कुमार ने गुरुवार को प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ बात की और आयोग का पक्ष रखा। कर रहे छात्रों को संबोधित करते हुए की।

UPPSC आयोग के सचिव अशोक कुमार ने कहा, 'बीते कुछ महीनों में देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाएं सामने आई हैं। कुछ संस्थानों की संलिप्तता भी इसमें पाई गई है। इसे ध्यान में रखते हुए परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए राज्य सरकार ने कई पालियों में 5 लाख से अधिक उम्मीदवारों के साथ परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई थी।'



UPPSC का आधिकारिक बयान



UPPSC आयोग के सचिव अशोक कुमार ने कहा, 'UPPSC ने दिसंबर में प्रस्तावित PCS प्री परीक्षा 2024 और सहायक समीक्षा अधिकारी प्री परीक्षा 2023 को कई पालियों में आयोजित करने की घोषणा की। पिछले कुछ दिनों में, कुछ छात्रों द्वारा उठाई गई मांग पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने आयोग को छात्रों के साथ संवाद बनाए रखने और मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।'

क्या है आयोग का फैसला?
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की परीक्षा स्थगित कर दी है। अब और प्रांतीय सिविल सेवा (PCS) प्री एग्जाम को भी पुराने पैटर्न पर ही कराया जाएगा। आयोग ने ऐलान किया है कि अब RO और ARO की परीक्षाओं के लिए एक समिति बनाई जाएगी। 

4 दिनों से धरने पर हैं हजारों छात्र
एक ही पाली में परीक्षा कराने को लेकर छात्र, आयोग के बाहर कई दिनों से धरने पर बैठे हैं। प्री एग्जाम पहले की तरह होने पर अभ्यर्थी खुश हैं, वहीं RO और ARO की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी निराश नजर आए। वहां मौजूद अभ्यर्थियों ने समाचार एजेंसी PTI से बातचीत में कहा कि जब तक RO और ARO परीक्षा पर फैसला नहीं लिया जाता, आंदोलन जारी रहेगा।

एक प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी ने कहा, 'हमें इस घोषणा पर भरोसा नहीं है, क्योंकि इस संबंध में आयोग की वेबसाइट पर कोई आधिकारिक सूचना अपलोड नहीं की गई है।' एक अन्य अभ्यर्थी ने कहा कि सरकार 'फूट डालो और राज करो' की नीति पर चल रही है और इसे पक्षपातपूर्ण निर्णय बताया, जिससे PCS प्री की परीक्षा दे रहे छात्र चले जाएं।

योगी सरकार ने क्या कहा है?
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि सरकार छात्रों के हित में काम करेगी और उनके साथ खड़ी रहेगी। छात्रों के हित में ही निर्णय लिए जाएंगे।



अखिलेश यादव ने फैसले पर ली चुटकी
समाजवादी पा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार की चुटकी लेते हुए कहा कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की बात करने वाले एक दिन में परीक्षाएं नहीं करा सकते। यूपी लोकसेवा आयोग ने पीसीएस प्री परीक्षा के लिए 7 और 8 दिसंबर की तिथियां घोषित की थीं, जबकि आरओ और एआरओ प्रारंभिक परीक्षा के लिए 22 और 23 दिसंबर की तिथियां घोषित की थीं। छात्र इससे नाराज थे। अब आयोग ने अपना फैसला वापस ले लिया है।