जयपुर के 37 साल के पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) राजवीर सिंह चौहान की शनिवार को गौरीकुंड के पास हुए हेलिकॉप्टर हादसे में मृत्यु हो गई। राजवीर 20 दिन पहले ही अपने परिवार और चार महीने के जुड़वां बच्चों से मिलकर ड्यूटी पर लौटे थे।

 

राजवीर के पिता गोविंद चौहान ने बताया कि राजवीर 14 साल की शादी के बाद पहली बार पिता बने थे। वह अपने बच्चों के लिए 30 जून को राजस्थानी रिवाज से जलवा पूजन की तैयारी कर रहे थे। गोविंद ने दुखी मन से कहा, ‘सब कुछ खत्म हो गया।’ यह हादसा शनिवार सुबह रुद्रप्रयाग जिले में हुआ, जब केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहा हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इस हादसे में राजवीर समेत सात लोगों की जान चली गई।

 

यह भी पढ़ेंः मथुरा: कच्चे टीले पर बने थे 6 मकान, भरभराकर गिर पड़े, कई दबे


राजवीर भारतीय वायुसेना में 14 साल तक कैप्टन रहे और पिछले साल रिटायर होने के बाद अक्टूबर में देहरादून की एक निजी हेलिकॉप्टर कंपनी में काम शुरू किया था। गोविंद ने बताया कि राजवीर के सहकर्मी लेफ्टिनेंट वीके सिंह ने फोन कर बताया कि हेलिकॉप्टर लैंडिंग से कुछ मिनट पहले क्रैश हो गया। गोविंद ने कहा, ‘20 दिन पहले ही राजवीर छुट्टी के बाद देहरादून लौटा था। किसे पता था कि वह कभी वापस नहीं आएगा।’

दो साल की बच्ची की मौत

इसके अलावा मृतकों में महाराष्ट्र के यवतमाल जिले का एक परिवार भी शामिल था। इस परिवार में राजकुमार जायसवाल, उनकी पत्नी श्रद्धा और उनकी दो साल की बेटी काशी की इस हादसे में जान चली गई। हालांकि, उनका बेटा विवान अपने दादाजी के साथ महाराष्ट्र के पंढरकवड़ा में रह गया था, इसलिए वह इस हादसे में बच गया।

 

खबरों के अनुसार, राजकुमार जायसवाल यवतमाल के वणी में ट्रांसपोर्ट व्यवसायी थे। वे अपने परिवार के साथ 12 जून को केदारनाथ दर्शन के लिए निकले थे। हादसे में हेलिकॉप्टर के पायलट राजवीर सिंह चौहान, बद्रीनाथ-उत्तराखंड मंदिर ट्रस्ट के सदस्य विक्रम सिंह रावत, उत्तर प्रदेश की विनोद देवी (66) और तुष्टि सिंह (19) की भी मृत्यु हो गई।

हादसे का कारण क्या था?

रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह राजवार के अनुसार, खराब मौसम और जीरो विजिबिलिटी के कारण हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि इस हादसे की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) करेगा।

चारधाम यात्रा पर असर

इस हादसे के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा मार्ग पर हेलिकॉप्टर सेवाओं को दो दिन के लिए निलंबित कर दिया। यह हादसा चारधाम यात्रा मार्ग पर हाल के दिनों में होने वाली कई दुर्घटनाओं में से एक है। 8 मई को गंगोत्री धाम जा रहे एक हेलिकॉप्टर के उत्तरकाशी में क्रैश होने से छह लोगों की मृत्यु हो गई थी। 7 जून को केदारनाथ जा रहे एक हेलिकॉप्टर को तकनीकी खराबी के कारण आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी, जिसमें पायलट घायल हुआ, लेकिन पांच यात्री सुरक्षित बच गए।

 

हाल ही में अहमदाबाद में लंदन जा रहे एयर इंडिया के एक विमान के टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश होने से 242 में से 241 यात्रियों और जमीन पर कई लोगों की मृत्यु हो गई थी।

हादसे में मारे गए अन्य छह लोगों की पहचान राजकुमार सुरेश जायसवाल (41), श्रद्धा राजकुमार जायसवाल (35), काशी (23 महीने) (महाराष्ट्र), विक्रम (46) (रुद्रप्रयाग), विनोद देव (66) और तुस्ती सिंह (29) (बिजनौर, यूपी) के रूप में हुई है। यह चारधाम यात्रा मार्ग पर पिछले 40 दिनों में पांचवीं हेलिकॉप्टर दुर्घटना है।