दिल्ली में 2025 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जाहिर है राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज़ हो गई हैं। कुछ दिन पहले केजरीवाल का आतिशी को सीएम की कुर्सी सौंपना, उनका बीजेपी पर ये आरोप लगाना कि उन्हें फंसाया जा रहा है, ये सब उसी का परिणाम है. लेकिन जब भी चुनाव नज़दीक आते हैं तो एक और चीज़ होती है जो देखने को मिलती है, वह है तमाम नेताओं का पार्टी बदलना । ज़ाहिर है आम आदमी पार्टी भी इससे अछूती तो है नहीं।

 

रविवार को खबर आई कि केजरीवाल के काफी करीबी और कई मंत्रलाय संभालने वाले अशोक गहलोत ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। कारण बताया कि आम आदमी पार्टी आम आदमी को किए गए वादे को पूरा नहीं कर रही है। आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी अपने एजेंडे से हट गई है। इसी बीच यह भी खबर आई कि बीजेपी नेता और पूर्व विधायक अनिल झा ने आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं।

आइए जानते हैं कि इसके बनने से लेकर अब तक आम आदमी पार्टी के कितने नेता केजरीवाल का साथ छोड़ चुके हैं-

शाज़िया इल्मी

आम आदमी पार्टी की को-फाउंडर और तेज़ तर्रार नेता शाज़िया इल्मी ने पार्टी बनने के कुछ दिन बाद ही केजरीवाल का साथ छोड़ दिया और बीजेपी ज्वाइन कर लिया। उनका आरोप था कि केजरीवाल जिस विचारधारा को लेकर राजनीति में आए थे उससे भ्रमित हो गए हैं।

कपिल मिश्रा

कपिल मिश्रा करावल नगर से विधायक और अरविंद केजरीवाल सरकार में जल संसाधन मंत्री थे. लेकिन सरकार में रहते हुए उन्होंने अरविंद केजरीवाल और तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, जिसके बाद केजरीवाल ने उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया।

कुमार विश्वास

जाने माने कवि और कभी अरविंद के करीबी रहे कुमार विश्वास ने भी भारत की पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दूरी बना ली थी. उनका कहना था कि अरविंद केजरीवाल के साथ उनके वैचारिक मतभेद हो गए हैं।

राजकुमार आनंद

दिल्ली सरकार की कैबिनेट मंत्री रहे राजकुमार आनंद ने भी इसी साल अप्रैल में आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने आरोप लगाया कि वे उस पार्टी के साथ नहीं रहना चाहते जो 'भ्रष्टाचार में लिप्त' है। बाद में जुलाई में वे बीजेपी में शामिल हो गए।

करतार सिंह तंवर

दिल्ली के छतरपुर से विधायक करतार सिंह तंवर ने भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी को छोड़ दिया था और इसके बाद जुलाई में बीजेपी में शामिल हो गए थे।

 
आशुतोष

पत्रकार से नेता बने आशुतोष ने साल 2018 में आम आदमी पार्टी से अपने रास्ते अलग कर लिए थे। हालांकि, उनका कहना था कि उन्होंने अपने व्यक्तिगत कारणों से पार्टी छोड़ी है। लेकिन अफवाह थी कि उन्हें राज्य सभा टिकट न दिए जाने के बाद उन्होंने पार्टी से अपने आपको अलग कर लिया।

 

योगेंद्र यादव

आम आदमी पार्टी के को-फाउंडर योगेंद्र यादव को 2015 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्होंने अपनी खुद की पार्टी 'स्वराज इंडिया' बनाई।