महाराष्ट्र में शिवसेना (UBT) और कांग्रेस का गठबंधन तो है लेकिन ये गठबंधन कभी प्यार तो कभी तकरार वाला ही चल रहा है। हर दिन जुबानी जंग होती है, विधानसभा सीट से लेकर सीएम पद तक पर दावे किए जाते हैं और फिर से सब सामान्य लगने लगता है। यह सब तब हो रहा है जब महाराष्ट्र में आज विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन है। शिवसेना (UBT), कांग्रेस और एनसीपी (SCP) के बीच अभी भी कई सीटें ऐसी हैं जहां उम्मीदवारी को लेकर आम राय नहीं बन पाई। वहीं, कई सीटें ऐसी भी हैं जहां एक ही गठबंधन में शामिल दो-दो पार्टियों ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं।

 

अब कांग्रेस और शिवसेना (UBT) सोलापुर साउथ विधानसभा सीट को लेकर भिड़ गई हैं। पहले यहां से शिवसेना (UBT) ने अपना उम्मीदवार उतारा था लेकिन अब कांग्रेस ने भी यहां से अपना कैंडिडेट देकर मामले को रोमांचक बना दिया है। इस पर शिवसेना (UBT) भड़क गई है। दरअसल, इस सीट पर कांग्रेस ने अब दिलीप माने को उतारा है जबकि उद्धव सेना की ओर से अमर पाटिल उम्मीदवार हैं। 

'फिर गठबंधन में समस्या होगी'

 

इस पर संजय राउत का कहना है, 'सोलापुर में उम्मीदवार उतारना शायद कांग्रेस की टाइपिंग मिस्टेक है लेकिन ध्यान रहे कि ऐसी मिस्टेक हमारी ओर से भी हो सकती है। हमें पता चला है कि मिराज में भी कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है। अगर ऐसा होता है तो पूरे महाराष्ट्र में ऐसी ही स्थिति बन जाएगी और गठबंधन में समस्या होगी। इसलिए इस पर जल्द ही बातचीत करनी चाहिए।'

 

महाराष्ट्र के दोनों ही गठबंधनों में कमोबेश ऐसी ही स्थिति बनी हुई है और कई सीटों पर अभी भी पेच फंसा ही हुआ है। कहा जा रहा है कि महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस और शिवसेना (UBT) की कोशिश है कि वे खुद को सीनियर पार्टनर के तौर पर पेश कर सकें। पहले 85-85-85 के फॉर्मूले की बात कही गई थी लेकिन इसके बार बची 33 सीटों को लेकर ही विवाद हो रहा है।