ममता ने जब से यह बयान दिया है कि वह इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करना चाहती हैं तब से इस पर एक बहस छिड़ गई है। खासकर उन परिस्थितियों में जब पहले से ही विपक्षी खेमें में टूट की स्थिति दिखती हो। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है महाराष्ट्र जहां पर कुछ दिन पहले ही विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद शिवसेना (यूबीटी) ने इस बात के संकेत दिए थे कि वह बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने पर विचार कर रहे हैं। वहीं शनिवार को समाजवादी पार्टी ने भी उनकी पार्टी के नेता और उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले मिलिंद नार्वेकर की एक पोस्ट के बाद एमवीए से अलग होने की बात कही. ऐसे ही हरियाणा के चुनावों में भी कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया और दिल्ली में आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस के साथ नहीं जाना चाहती है। हाल ही में यूपी में हुए विधानसभा के उपचुनावों में भी यही हाल देखने को मिला। 

 

अब इसके बाद ममता बनर्जी का एक बयान सामने आया है जिसमें वह इस बात का संकेत देती हैं कि वह इंडिया गठबंधन की कमान संभाल सकती हैं। इसके बाद विपक्षी दलों में हलचल का माहौल है। कांग्रेस से लेकर समाजवादी पार्टी और लेफ्ट व आरजेडी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

कांग्रेस ने क्या कहा

कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा, 'ममता बनर्जी को ऐसा लगता है पर हमें ऐसा नहीं लगता। उनके कहने से उनकी पार्टी चलती है। हम तो कांग्रेस के कहने से चलते हैं।'

 

वहीं लेफ्ट नेता डी राजा ने ममता के बजाय इसके लिए कांग्रेस पर ही निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इसके लिए कांग्रेस को आत्मचिंतन करने की जरूरत है।। हालात INDIA ब्लॉक की मीटिंग की मांग करते हैं।। कांग्रेस ने हरियाणा और महाराष्ट्र चुनावों में गठबंधन सहयोगियों को समायोजित नहीं किया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस ने सहयोगियों की बात सुनी होती तो लोकसभा और हरियाणा-महाराष्ट्र के नतीजे कुछ और होते।

'लालू यादव ने बनाया इंडिया गठबंधन'

वहीं ममता के बयान पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ इंडिया गठबंधन को बनाने वाले असली आर्किटेक्ट लालू यादव ही हैं। उनकी पहल पर ही पटना में इंडिया गठबंधन की पहली बैठक हुई थी। उन्होंने कहा कि इस बैठक में ममता बनर्जी भी शामिल हुई थीं। सभी अपने अपने राज्यों में बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में जुटे हुए हैं। अभी झारखंड में हमें सफलता मिली है। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के खिलाफ ममता बनर्जी मजबूती से लड़ाई लड़ती हैं। अब 2025 में बिहार की बारी है। बीजेपी के खिलाफ हमारा गठबंधन पूरी तरह एकजुट है।

 

सपा ने किया समर्थन

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर ने कहा, ''अगर ममता जी ने कोई इच्छा जाहिर की है तो INDIA ब्लॉक के जो नेता हैं वह उस पर विचार करके उनका सहयोग लें ।। इससे इंडिया गठबंधन मजबूत होगा ।। BJP को बंगाल में रोकने का काम किया था ममता बनर्जी ने । ममता बनर्जी  और उनकी पार्टी के प्रति हमारा 100 प्रतिशत समर्थन और सहयोग है।'

 

सपा प्रवक्ता ने भी कांग्रेस पर ही निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'जहां-जहां सरकार नहीं बन पाई चाहे वह हरियाणा हो या महाराष्ट्र हो वहां पर मुख्य पार्टी के रूप में कांग्रेस ही थी। तो अगर अपेक्षित सफलता नहीं मिली है या आशा के अनुरूप परिणाम नहीं आए हैं तो यह जिम्मेदारी भी उन्हीं की है।'

 

वहीं शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने कहा, 'हमें ममता बनर्जी की राय पता है, हम चाहते हैं कि ममता हमारे साथ रहें।'

एनडीए ने क्या कहा

ममता बनर्जी के इस बयान पर जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, ' 'यह INDI गठबंधन का यह अंदरूनी मामला है। लेकिन ममता दीदी का बयान यह स्पष्ट करता है कि भ्रष्टाचार की बुनियाद पर जेल से रहकर सरकार चलाने वाले घटक दलों के बीच असमहमति है। इंडी गठबंधन के अंदर तालमेल नहीं होने का गुनहगार कौन है वो जानें। लेकिन एनडीए गठबंधन तो जनता की सेवा में जुटा हुआ है।'

बीजेपी ने क्या कहा

बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने इस पर कहा कि 'इंडी एलायंस में खानदान अनेक औऱ ख्वाहिश एक है। हर इंसान की अपनी ख्वाहिश है। गठबंधन के ही मुखिया बनना चाहते हैं क्योंकि उनको पता है कि सरकार में तो कभी आने वाले हैं नहीं'

क्या कहा था ममता ने

महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों में विपक्ष के खराब प्रदर्शन के बाद ममता बनर्जी ने असंतोष ज़ाहिर करते हुए इस बात का संकेत दिया था कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह इंडिया ब्लॉक की कमान संभालने को तैयार हैं।

 

उन्होंने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री की अपनी भूमिका को जारी रखते हुए विपक्षी मोर्चे की दोहरी जिम्मेदारी वह संभालने को तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि इंडिया ब्लॉक को चलाने के लिए उन्हें बंगाल से बाहर जाने की ज़रूरत नहीं है बल्कि वे उसे वहीं से चला सकती हैं।